Friday - 12 January 2024 - 1:19 AM

शिवपाल के लिए अब क्यों मुलायम के साथ अखिलेश भी है खास

स्पेशल डेस्क

लखनऊ। शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्ते में अब नया मोड़ आ गया है। अब तक अखिलेश से दूरी बनाने वाले शिवपाल यादव अब सुलह चाहते हैं। इस वजह से उन्होंने एक दिन पूर्व बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अखिलेश यादव कहा कि हम चाहते हैं नेता जी के जन्मदिन (22 नवंबर) पर परिवार में एकता बढ़ जाए तो अच्छा है। हमारा प्रयास है भतीजा समझ लेगा तो सरकार बना लेगा, मुख्यमंत्री हमें तो बनना नहीं है। इस बयान के बाद से लग रहा है कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक बार फिर सियासी मैदान पर एक साथ आ सकते हैं।

यह भी पढ़ें :  अब शिवपाल ने भी मान लिया है मुख्यमंत्री तो अखिलेश ही बनेंगे !

यह भी पढ़ें : उधर मुलायम की तबीयत बिगड़ी इधर शिवपाल का अपने भाई के प्रति छलका दर्द

यह भी पढ़ें : ‘एनआरसी से किसी भी धर्म को डरने की जरूरत नहीं’

मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश को देखना चाहते हैं

इसके साथ ही शिवपाल चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हो। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है। हमारा प्रयास है भतीजा समझ लेगा तो सरकार बना लेगा। हमारी प्राथमिकता है समाजवादी पार्टी, क्योंकि हमने बहुत लंबे समय तक नेताजी के साथ काम किया है हमारी विचारधारा भी समाजवादी है। नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर दोनों पार्टियां एकता के लिए आगे बढ़ें।

शिवपाल का अखिलेश के साथ जाना मजबूरी है क्या

दरअसल उत्तर प्रदेश में इस समय बीजेपी की सरकार है। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव में प्रसपा ही नहीं सपा को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अगर बीजेपी को हटाना है तो विपक्ष को एकजुट होना पड़ेगा।

हाल में पराजय के बाद सपा कमजोर हो चुकी है। शिवपाल की कमी इस पार्टी को खल रही है जबकि शिवपाल की पार्टी प्रसपा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। अगर दोनों एक साथ फिर आते हैं तो इसमें दोनों का फायदा है। इसके साथ सियासी वजूद को बचाने के लिए शिवपाल और अखिलेश को एक साथ आना मजबूरी हो सकती है।

मुलायम को लेकर भी शिवपाल का छलक चुका है दर्द

बता दें कि शिवपाल यादव का रिश्ता भले ही अखिलेश यादव से ठीक न हो लेकिन मुलायम सिंह यादव के साथ आज भी उनका रिश्ता वैसा ही जैसा बरसों हुआ करता था। शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच रार कम होने का नाम नहीं ले रही है जबकि प्रसपा का सपा में विलय होने की खबरे अक्सर आती रहती है लेकिन यह केवल कयास होती है।

एक निजी कार्यक्रम में अपने भाई को लेकर एक बार फिर अपना दर्द बयां किया हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को खड़ा करने में हमने और नेताजी ने पूरी जी जान लगाई। चापलूसों और चुगलखोरों ने हमें एक नहीं होने दिया। अब देखना होगा कि शिवपाल यादव के इस दर्द पर अखिलेश यादव कोई प्रतिक्रिया देते हैं या नहीं।

बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर मुलायम सिंह यादव को लेकर शिवपाल यादव ने अपना दर्द बयां किया है। अब शिवपाल यादव पूरी तरह से अखिलेश के पक्ष में नजर आ रहे हैं और उनको सीएम बनाने की बात कह रहे हैं। अब देखना होगा कि शिवपाल यादव के इस बयान के बाद सपा अगला कदम क्या उठाती है।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com