Wednesday - 10 January 2024 - 6:54 AM

जानिए भारत में कैसे तेजी से बढ़ा डिजिटल लेन-देन

जुबिली न्यूज़ डेस्क

नई दिल्ली। कोरोना काल में डिजिटल ट्रांजेक्शन को खूब बढ़ावा मिला है। इसका नतीजा है कि पिछले महीने देश में भीम UPI ट्रांजेक्शन का नया रिकॉर्ड बना है।

NPCI के मुताबिक मार्च 2021 में देश में 273 करोड़ भीम UPI ट्रांजेक्शन हुए हैं। मार्च 2020 के 125 करोड़ ट्रांजेक्शन के मुकाबले इस साल दोगुने से ज्यादा ट्रांजेक्शन रहे हैं।

NPCI डाटा के मुताबिक मार्च 2021 में भीम UPI के जरिए 5,04,886 करोड़ के लेन-देन हुए हैं। मार्च 2020 में 2,06,462 करोड़ के लेन-देन हुए थे।

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एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले के इस साल भीम UPI के जरिए दोगुना से ज्यादा राशि का लेन-देन हुआ है। फरवरी 2021 में भीम UPI के जरिए 229 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे, जिनमें 4,25,062 करोड़ की राशि का लेन-देन हुआ था।

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डाटा के अनुसार मार्च 2021 में IMPS के साथ रियल टाइम सेटलमेंट के जरिए 36.31 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए। इसमें 3,27,234.43 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ। भारत बिल- पे के जरिए 3.52 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए जिनमें 5,195.76 करोड़ का लेन-देन हुआ। वहीं फास्टैग के जरिए 19.32 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए जिनमें 3,086.32 करोड़ का लेन-देन हुआ।

NPCI जैसी न्यू अम्ब्रैला एंटिटी (NUE) की स्थापना के लिए पांच कंसोर्टियम ने भारतीय रिजर्व बैंक के पास आवेदन किया है। यह सभी कंसोर्टियम NPCI जैसे पेमेंट सिस्टम इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेंगे। अभी इस सेगमेंट में NPCI की एकाधिकार है।

लेकिन प्राइवेट कंपनियों के आने से NPCI का एकाधिकार खत्म होगा। आवेदन करने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2021 थी। मौजूदा समय में रुपे, UPI, नेशनल ऑटोमेटिड क्लीयरिंग हाउस समेत सभी प्रकार की रिटेल पेमेंट सेवाओं के लिए NPCI अम्ब्रैला एंटिटी के तौर पर काम करती है।

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