पंकज मिश्रा यक्ष – नोटबन्दी की कोई ऐसी बात बताओ जिसे कोई न जानता हो ? युधिष्ठिर – नोटबन्दी में कोई डेढ़ सौ लोगों की लाइन में लगने की वज़ह से हुई मौतें … यक्ष – ये तो कोई ऐसी बात नही , इसे तो सब जानते है | युधिष्ठिर …
Read More »लिट्फेस्ट
संगीत संगम कार्यक्रम में युवाओं ने बटोरी वाहवाही
लखनऊ. राष्ट्रीय कथक संस्थान की ओर से शास्त्रीय गायन और वादन का कार्यक्रम किया गया। राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में संगीत संगम कार्यक्रम में शास्त्रीय गायन, तबला और सिन्थेसाइजर का शिक्षण प्राप्त कर रहे युवायों ने प्रस्तुति देकर दर्शकों का मनोरंजन किया। इस संगीत संगम का आगाज सबसे ऊची प्रेम …
Read More »‘कबीर एक ध्रुव तारा’ के माध्यम से कलाकारों ने दिया संदेश
लखनऊ. संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे प्रेक्षागृह में पिक्सल ड्रामा फेस्टिवल के तहत बिम्ब सांस्कृतिक समिति की ओर से ‘कबीर एक ध्रुव तारा’ का मंचन किया गया। लेखक और निर्देशन आरके नाग के इस नाटक द्वारा रूढ़ीवादी परंपराओं, पाखंडों, आडम्बरों के खिलाफ आवाज उठाकर प्रेम भाव से दुनिया में …
Read More »सुध मोदी “तरु” की गज़लें
मेरी सांसों में रूबरू हो जा.. मेरे जीने की आरज़ू हो जा…! हर तरफ तू ही तू दिखाई दे.. हर तरफ सिर्फ तू ही तू हो जा…! एक दूजे के दोनों हो जाये.. मैं तेरी और मेरा तू हो जा…! जो अभी तक न हो सका कोई.. मेरी मेहबूब वो …
Read More »वत्सला पांडेय की कविताएँ
रूठे हो या बहुत व्यस्त हो छोडो ये मसखरी सच बोलूं तो तुम बिन सूनी लगती है फ़रवरी साथ तुम्हारे इक इक पल में,सदियाँ जी लेती थी और नेह की हाला को गट गटकर पी लेती थी साथी तुम बिन बहुत अकेली भटकूँ मैं बावरी सच बोलूं तो तुम बिन …
Read More »निकिताशा कौर बरार की कविताएँ
मेरा प्रेम बरगद के पेड़ जैसा हो सकता था— विशाल, विस्तृत और प्रश्रयी या कि गिलहरी की पूँछ जैसा— चंचल, मोहक और संतुलित वह हो सकता था वैसा, जैसा कछुआ अपने अंडों से करता है— गुप्त, आशंकित और एकाकी। पर मेरे प्रेम ने चुना इस सबसे इतर आर्कटिक का कोई …
Read More »नहीं रहे हिंदी साहित्य जगत में आलोचना के रचना पुरुष
हिंदी जगत के मशहूर साहित्यकार और आलोचना की विधा के शिखर पुरुष नामवर सिंह पिछले एक महीने से AIIMS ट्रामा सेंटर में भर्ती थे। ब्रेन हैमरेज की वजह से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। 92 साल के नामवर सिंह को डॉक्टर ठीक करने की कोशिश कर रहे …
Read More »आधुनिक साहित्य के शलाका पुरुष की रचनाएं
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ को कवि, शैलीकार, कथा-साहित्य को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ देने वाले कथाकार, निबंधकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाता है। अज्ञेय ने कहानियां कम ही लिखीं और एक समय के बाद कहानी लिखना बिलकुल ही बंद कर दिया लेकिन हिन्दी कहानी को आधुनिकता की दिशा …
Read More »सफर कागजी पन्नों से रुपहले पर्दे तक
जो चीज हमें सबसे ज्यादा प्रेरित करती है, वह है किताबें लेकिन इन्हें पढ़ना बहुत लोगों को समय की बर्बादी लगती है। किताबें पढ़ना किसी को पसंद हो न हो फिल्में देखना सभी को पसंद होता है। बस सबके सब्जेक्ट्स अलग-अलग होते हैं। बात करें बॉलीवुड फिल्मों की तो इनका …
Read More »World’s Famous : 10 प्रमुख भारतीय साहित्य
हम सभी जानते हैं कि हिंदी साहित्य में सभ्यता, सांस्कृतिक विकास, विशिष्ट समय और स्थानों को दर्शाया गया है। आधुनिक साहित्य के आने से पहले वीर-गाथा और भक्ति कवितायें लोगों पर हावी थीं। यह प्राचीन साहित्य हिंदी के अलावा ब्रज, बुंदेली, अवधी, कन्नौजी, खारीबोली, मारवाड़ी, मैथिली और भोजपुरी जैसी बोलियों …
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