Wednesday - 17 January 2024 - 12:39 AM

दीवाली में अस्थमा मरीज इन बातों का रखें ध्यान

जुबिली न्यूज डेस्क

दीवाली का पर्व सभी को पंसद है। दीवाली के दिन पूरा परिवार इकट्ठा होता है। घर में दिये जलते हैं और ढेर सारी मिठाइयों से लोग अपना मुंह मीठा करते हैं।

इसके अलावा दीवाली की रात में पटाखे भी काफी जलाए जाते हैं क्योकि यह दिवाली का एक अभिन्न हिस्सा है। लेकिन पटाखें के चक्कर में अस्थमा के मरीज बेहाल हो जाते हैं।

दरअसल पटाखों से निकला जहरीला धुआं तुरंत ही सांस की नली में चला जाता है जिससे रोगी को परेशानी होना शुरु हो जाती है। दिवाली वह समय भी है जब मौसम मे काफी परिवर्तन होते हैं, जिस कारणवश दमा के रोगी को काफी पेशानियों का सामना करना पड़ता है।

अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो त्योहार पर आपको रोज से ज्यादा अपना ख्याल रखने की जरूरत है, क्योंकि त्योहार पर आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है।

दीवाली में उन बच्चों की जिनकी उम्र 6 से 12 के बीच की है उन्हें पटाखों के धुएं से ज्यादा रिस्क रहता है। पटाखों में केमिकल्स होते हैं, जो हवा में जाकर वातावरण को प्रदूषित करते हैं। यही हवा जब दमा व अस्थमा के पेशंट लेते हैं तो उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है।

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आज हम अस्थमा के रोगियों के लिये दिवाली में प्रदूषण से बचने के लिये कुछ टिप्स ले कर आए हैं जिससे वो बीमार न पड़े।

दिवाली पर घर चमकाने के चक्कर में ना फंसे। घर की साफ सफाई से दूर रहें, हो सके तो सफाई के लिए वर्कर्स की सहायता लें। धूल-मिट्टी अस्थमा के मरीजों के लिये काफी हानिकारक हो सकता है।

इसके अलावा दिवाली के दिन बहुत ज्यादा धुंआ और प्रदूषण होता है इसलिये अच्छा है कि आप जहां पर जहां पर पटाखे ज्यादा जलाए जा रहे हों उस जगह पर जाने से बचें।

यदि आप जाना भी चाहते हैं तो अपने चेहरे पर मास्क लगाकर या रुमाल ढककर जाएं जिससे धूंआ आपकी सांस अंदर ना जाए।

अपने साथ रूमाल या स्कार्फ साथ में रखें। जिससे आप अपना मुंह और नाक बंद कर सकें। इससे पटाखे का धुंआ आपके शरीर में नहीं जाएगा।

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अस्थमा के मरीज इस दिन तो भूल कर भी इंहेलर को अपने से दूर ना रखें। जब भी तबियत अजीब सी लगे तो इंहेलर का प्रयोग कर लें। इसके अलावा भाप लें और सिकाई करें। आप चाहें तो घर में भाप भी ले सकते हैं, इससे आपक फेफड़े खुलेंगे और आपको सांस लेने में मदद मिलेगी।

पूरा दिन अपने पास गुनगुने पानी की एक बोटल रखें। यदि आपको सांस लेने मे तकलीफ हो तो इस बोतल से सीने या पीठ की सिकाई करें। तली-भूनी चीजों को खाने से परहेज करें। हमे पता है कि यह दिवाली का सीजन है और आप भला तले भुने और मीठे खाने से दूर नहीं रह सकते हैं, लेकिन ज्यादा खाने से बचें।

इसके अलावा दवा जरुर लें। समय पर दवा लेना भूल गए तो आपका स्वास्थ बिगड़ सकता है।

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इस दिन सिगरेट और ड्रिंक से दूर रहें। अच्छा होगा कि आप इसके लिये अपने डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि स्मोकिंग करने से भी सांस फूलती है।

किन-किन को रहना चाहिये सतर्क दिवाली में हर किसी को उतनरा खतरा नहीं होता जितना कि दिल के रोगी, अस्थमा, हाईपरटेंशन, मोटापे और डॉयबिटीज वालों को होता है।

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