Wednesday - 10 January 2024 - 9:31 AM

चीनी सैनिकों के मारे जाने के सवाल पर चीन ने क्या कहा ?

जुबिली न्यूज डेस्क

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सीमा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर अभी भी तनाव बरकरार है। मंगलवार को सीमा पर भारत और चीन के बीच हुए खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।

भारतीय मीडिया में मंगलवार से ही यह बात चल रही थी कि चीन के सैनिक भी मारे गए हैं। कुछ मीडिया संस्थानों ने अपुष्ट संख्या भी बताई, लेकिन चीन के कितने सैनिक मरे हैं यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बुधवार को यही सवाल चीनी विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक समाचार एजेंसी ने पूछा।

सवाल था-भारतीय मीडिया में चीनी सैनिकों के हताहत होने की बात कही जा रही है क्या आप इसकी पुष्टि करते हैं? इसके जवाब में  चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिजियान ने कहा, जैसा कि मैंने कहा कि दोनों देशों के सैनिक ग्राउंड पर खास मसलों को हल करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है जिसे यहां जारी करूं।

ये भी पढ़े :  खासे भोले हैं चीनी सामान का बहिष्कार कर चीन को सबक सिखाने वाले लोग

ये भी पढ़े :  खुशखबरी : आठ साल बाद UNSC का अस्थाई सदस्य बना भारत

ये भी पढ़े :  चीन बॉर्डर पर भारतीय सेना का क्या है प्लान

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है और आपने भी इसे देखा होगा कि जब से यह हुआ है तब से दोनों पक्ष बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सरहद पर शांति बहाल हो सके।

लिजियान यहीं नहीं रूके। आगे उन्होंने कहा कि दुनिया के दो बड़े विकासशील और उभरते बाजार वाले देश भारत और चीन के मतभेदों से ज्यादा साझे हित हैं। दोनों देशों के लिए यह जरूरी है कि अपने-अपने नागरिकों के हितों और उम्मीदों के मुताबिक संबंधों को सही रास्ते पर आगे बढ़ाएं और किसी सहमति पर पहुंचकर उसका पालन करें।

उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष हम लोग के साथ काम करेगा और दोनों साथ में आगे बढ़ेंगे।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि हम अब और टकराव नहीं चाहते हैं।

15 जून की रात भारत और चीन की सेना में हिंसक झड़प हुई थी जिसमें भारतीय सेना के 20 जवानों की जान चली गई। ये सभी 16 बिहार रेजिमेंट के जवान थे। पहले तीन जवानों की मौत की खबर आई लेकिन बाद में भारतीय सेना ने ख़ुद ही बयान जारी कर बताया कि 17 अन्य जवान गंभीर रूप से जख्मी थे और उनकी भी मौत हो गई।

20 भारतीय सैनिकों की मौत की ख़बर से भारत की राजनीति गर्म हो गई। विपक्षी पार्टियों ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने आएं और जवाब दें। पीएम नरेंद्र मोदी का एक वीडियो संदेश आया और उसमें उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारतीय सैनिक मारते हुए मरे हैं। मतलब प्रधानमंत्री का कहना था कि केवल भारतीय सैनिकों का ही नुकसान नहीं हुआ है।

ये भी पढ़े : रास्तों पर कांटें हैं, इन्हें गुलाब कहने भर से सफर नहीं कट सकता

ये भी पढ़े :  लचर स्वास्थ्य व्यवस्था : ऐसे तो नहीं जीत पायेंगे कोरोना के खिलाफ लड़ाई

ये भी पढ़े :   अनुच्छेद 370 भी हट गया मगर कश्मीरी पंडितों नहीं बदला हाल

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com