Sunday - 7 January 2024 - 1:20 PM

अमित शाह की बंगाल यात्रा से पहले टीएमसी में भगदड़

जुबिली न्यूज़ डेस्क

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक-एक कर पार्टी के कई दिग्गज नेता तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़ते जा रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी, दीप्तांगशु चौधरी, जितेंद्र तिवारी के बाद अब बैरकपुर से टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्ता ने भी इस्तीफा दे दिया है।

बीजेपी में शामिल होने वाले तृणमूल कांग्रेस के बागियों की कतार लंबी होती जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कई बागी अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। पार्टी में मची इस हलचल के बीच शुक्रवार को ही ममता बनर्जी ने बैठक बुलाई है। ममता हर शुक्रवार को नेताओं के साथ बैठक करती हैं, जो इस बार पार्टी में उठी बागी आवाजों के बीच हो रही है।

इससे पहले गुरुवार को केंद्र द्वारा जारी फंड का सही इस्तेमाल न होने से नाराज आसनसोल के विधायक जितेंद्र तिवारी ने भी इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने टीएमसी के पश्चिम बर्द्धमान जिला अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया था।

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता सौगत रॉय ने इसपर कहा, ‘कुछ साल पहले तक जितेंद्र तिवारी कौन थे? वह आज जो भी हैं पार्टी की वजह से हैं। अगर वह अब पार्टी छोड़ रहे हैं तो एक ‘गद्दार’ और मौसम के हिसाब से रुख बदलने वाले से ज्यादा कुछ नहीं हैं।

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बुधवार को विधायक पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी की सदस्यता भी छोड़ दी है। अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अपने फैसले के बारे में जानकारी दी।

अधिकारी ने अपने इस्तीफे में लिखा, ‘मैं तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता के साथ पार्टी की ओर से मिले अन्य पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं सभी अवसरों और चुनौतियों के लिए आभारी हूं। मैं पार्टी सदस्य के रूप में बिताए गए समय की कद्र करूंगा।’

अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिब्येंदु तृणमूल कांग्रेस के क्रमश: तामलुक और कांटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य हैं और माना जाता है कि अधिकारी परिवार का पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, पुरुलिया, झारग्राम और बीरभूम के कुछ हिस्सों में प्रभाव है और वे 40 से 45 विधानसभा सीटों के नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।

बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और गृह अमित शाह 19 और 20 दिसंबर को दो दिन के लिए बंगाल आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान ममता के कई बागी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। ममता बनर्जी को सत्ता तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले शुभेंदु अधिकारी भी अब कमल थामने जा रहे हैं।

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