स्पेशल डेस्क
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम को बड़ा फैसला लिया है। दरअसल कोर्ट ने बीएचयू के दक्षिणी परिसर से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटाने की सिफारिश की है। इसको लेकर बीएचयू कोर्ट ने दलील भी दी है। बीएचयू के अनुसार राजीव गांधी ने इस शैक्षिक संस्थान को लेकर कोई योगदान नहीं दिया है।
इस वजह से उनका नाम हटाया जाये। उधर कांग्रेस ने बीएचयू कोर्ट के इस कदम का कड़ा विरोध किया है। बता दें कि यह कोर्ट विश्वविद्यालय का एक सलाहकार निकाय है। इतना ही नहीं कोर्ट ने अपना प्रस्ताव विश्वविद्यालय के निर्णय लेने वाले निकाय अकादमिक परिषद को भेजा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त न्यायाधीश व चांसलर गिरिधर मालवीय ने कोर्ट की बैठक की अध्यक्षता की।
न्यायमूर्ति मालवीय ने कहा कि कोर्ट के सदस्यों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कभी भी बीएचयू का दौरा नहीं किया। पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह ने बीएचयू के दक्षिणी कैंपस का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा था।
वहीं कांग्रेसी नेता अजय राय ने बयान दिया कि मिर्जापुर जिले के बरकछा स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के राजीव गांधी साउथ कैंपस का नाम बदले जाने के किसी भी कदम का पार्टी विरोध करेगी। उन्होंने कहा,कि अगर इस तरह का कोई प्रयास किया जाता है तो कांग्रेस सड़क पर उतरेगी और नाम बदलने नहीं देगी।