Sunday - 14 January 2024 - 8:05 PM

बिजली विभाग का निजीकरण टला, हड़ताल खत्म कर काम पर लौटे कर्मचारी

जुबिली न्यूज़ डेस्क

लखनऊ। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से उत्तर प्रदेश के शहरों में हाहाकार मच गया। कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन बद से बदतर हुए हालात के मद्देनज़र यूपी सरकार ने निजीकरण का फैसला फिलहाल तीन महीने के लिए टाल दिया है। साथ ही कर्मचारियोंं ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी। कहा जा रहा है कि अब इन तीन महीनोंं कोई न कोई समाधान खोज लिया जाएगा।

बताया जा रहा है कि सरकार और बिजली कर्मचारी संयुक्त परिषद के बीच पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है। तय हुआ है कि फिलहाल बिजली विभाग का निजीकरण नहीं होगा।

ये भी पढ़े: हाथरस से कैसे मजबूत हुआ कांग्रेस का पंजा ?

ये भी पढ़े: रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं और बच्चों को करीबियों से है ज्यादा खतरा

यदि कभी निजीकरण हुआ तो पहले बिजली विभाग के इंजीनियरों और कर्मचारियों की सहमति ली जाएगी। इसके अलावा अगले 15 जनवरी 2021 तक लगातार समीक्षा होगी।

ये भी पढ़े: रेल से करना है सफर तो पढ़ ले ये खबर, जानें नये नियम

ये भी पढ़े: IPL 2020 : ये दिग्गज बैठे हैं बाहर

साथ ही विभाग में भ्रष्टाचार खत्म करने, राजस्व वसूली बढ़ाने और बिलिंग सिस्टम को दुरुस्त करने में भी बिजली कर्मचारी संयुक्त परिषद अपनी भूमिका निभाएगा। इस बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद बिजली कर्मचारी संयुक्त परिषद ने हड़ताल खत्म की घोषणा की। इसके बाद सभी कर्मचारी काम पर लौट गए।

निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार का आज दूसरा दिन था। बिजली कर्मचारियों ने सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल और जेल भरो आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। बताया जा रहा है कि सोमवार को ही ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की ओर से समझौते का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन यूपीपीसीएल के चेयरमैन ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर इनकार कर दिया था।

निजीकरण के फैसले का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने सरकार से कहा था कि अगर उनकी मांगे न मानी गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। कर्मचारियों का आंदोलन जैसे- जैसे आगे बढ़ता जा रहा था, आम जनता की मुश्किलें बढ़ती जा रही थीं। माना जा रहा है कि सरकार ने इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुये ये फैसला लिया है।

बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में हाहाहार मच गया था। हड़ताल वापस होने की सूचना ने उन्हें बड़ी राहत दी है। बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा सहित तीन दर्जन से अधिक मंत्रियों और करीब 150 विधायक, विधान परिषद सदस्यों के सरकारी आवास सहित राजधानी की बिजली सप्लाई ठप हो गई थी।

पूर्वांचल के कई ऐसे जिले है जहां कल से बिजली आपूर्ति ठप थी, जिसमे गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया, भदोही, संतकबीरनगर जैसे जिले थे, हालांकि खबर लिखे जाने तक इन जिलों के कई गांव में अब तक विद्युत आपूर्ति नहीं हुई है।

ये भी पढ़े: पटरी पर लौटा सर्विस सेक्टर लेकिन Jobs में कमी चिंता की वजह

ये भी पढ़े: यूपी कांग्रेस की ‘किसान न्याय यात्रा’ का हुआ आगाज

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com