Sunday - 7 January 2024 - 12:56 PM

लखनऊ: अस्पतालों की लापरवाही के चलते 48 कोरोना संक्रमितों की मौत

जुबिली न्यूज डेस्क

यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। कोरोना महामारी ने उत्तर प्रदेश सरकार के दावों का पोल खोल कर दिया है। सरकार दावे करती नहीं थक रही है और कोरोना संक्रमित मरीज हलकान हैं।

राजधानी लखनऊ में चार निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की जांच, शिफ्टिंग और इलाज में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। चार निजी अस्पतालों से कुल 48 कोरोना संक्रमित रेफर और भर्ती किए गए थे और इलाज के दौरान इन सभी की मौत हो गई।

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इस मामले में डीएम ने चारों निजी अस्पतालों को नोटिस जारी कर बुधवार सुबह 10 बजे तक स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस के मुताबिक, इसमें लापरवाही बरतने वाली निजी अस्पतालों के खिलाफ ऐपिडेमिक ऐक्ट के तहत सख्त कार्रवाई भी होगी।

सरकारी गाइडलाइन के अनुसार अस्पतालों में आने वाले सामान्य मरीजों की भी पहले कोरोना जांच होनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक, कई जगह मरीजों की कोरोना जांच नहीं करवाई गई और उन्हें भर्ती कर लिया गया। बाद में मरीज की तबीयत बिगडऩे पर कोरोना जांच करवाई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके अलावा कई अस्पतालों में संक्रमितों को शिफ्ट करने में देरी के भी मामले सामने आए। जिला प्रशासन की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, इन अस्पतालों से रेफर और भर्ती किए गए सभी 48 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई।

इस मामले में डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि प्रथमदृष्टया मरीजों की जांच में लापरवाही सामने आई है। इस पर अस्पतालों से जवाब मांगा गया है। अस्पतालों से पूछा गया है कि आखिर क्या वजह है कि अब तक भेजे गए सभी कोविड संक्रमितों की मौत हो गई। अस्पतालों को नोटिस के साथ दम तोडऩे वाले संक्रमितों की सूची भी सौंपी गई है।

अभिषेक प्रकाश ने कहा कि जवाब मिलने के बाद अस्पताल कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी।

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इन खामियों की है आशंका

कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद कहा जा रहा है कि अस्पतालों की कुछ खामियों की वजह से ऐसा हुआ है। जैसे नॉन कोविड मरीजों के पहुंचने पर उनका कोविड टेस्ट देर से करवाया गया। दूसरा टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद समय से मरीज को उपचार के लिए कोविड-19 हॉस्पिटल रेफर नहीं किया गया। इसके अलावा अस्पतालों में प्रोटोकॉल के अनुरूप होल्डिंग एरिया न होने से मरीजों को दिक्कतें हुईं।

कौन से अस्पताल में हुई है घटना

अपोलो हॉस्पिटल : 17 संक्रमित भेजे गए थे। सभी की मौत हो गई।
मेयो हॉस्पिटल : 10 कोविड मरीज भेजे गए। सभी की जान चली गई।
चरक हॉस्पिटल : 10 संक्रमित भेजे गए। सभी ने दम तोड़ दिया।
चंदन हॉस्पिटल : 11 कोविड मरीज भर्ती हुए। सबकी सांसें उखड़ गईं।

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