डॉ. चक्रपाणि पाडेंय एसिम्प्टोमैटिक कोरोना मतलब बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज। मतलब ये वो मरीज हैं जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं होता फिर भी ये कोरोना पॉजिटिव होते हैं। अब ये मामले डॉक्टरों के लिए नया सिरदर्द बन गए हैं। ऐसे मामले देश के कई राज्यों से सामने आ …
Read More »जुबिली डिबेट
छोटे मंत्रिमंडल के साथ बड़ी चुनौती से कैसे लड़ेंगे शिवराज
कृष्णमोहन झा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की एकल सरकार का विस्तार आखिर हो ही गया परंतु मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक महीने बाद हुए इस बहुप्रतीक्षित विस्तार से भाजपा के बहुत से महत्वकांक्षी विधायकों को निराशा हाथ लगी है। राज्य की लगभग एक माह पुरानी शिवराज सरकार में अब …
Read More »क्या एक व्यापक लॉकडाउन का कोई उचित विकल्प है!
योगेश बंधु प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सीमित क्षेत्रों में सीमित छूट के साथ लाकड़ाउन 2.0 की घोषणा एक ईअंतराष्ट्रीय नीति प्रबंधको के शोध परक अनुमानों पर आधारित है। भारत द्वारा उठाए गए क़दम को तार्किक रूप से विश्व के सभी देशों में आज़माया जा रहा है। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में फ़ैकल्टी ऑफ …
Read More »आम व ख़ास का सरकारी फर्क और तेजस्वी का ट्वीट
शबाहत हुसैन विजेता कोटा में फंसे विद्यार्थियों के मुद्दे पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मजदूरों के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने लॉक डाउन के नियमों का हवाला देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से …
Read More »केरल के कान क्यों उमेठे
सुरेंद्र दुबे आज क से करोना ,क से केरल और क से कर्नाटक की बात करते हैं। कोरोना संकट से निपटने में सबसे ज्यादा तारीफ केरल राज्य की होती है क्योंकि वहां न केवल शुरुवाती दौर में ही कोरोना पर काबू पा लिया गया बल्कि कारगर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के …
Read More »कोरोना काल : रोए बग़ैर चारा न रोने की ताब है
रफ़त फातिमा रोए बग़ैर चारा न रोने की ताब है क्या चीज़ उफ़ ये कैफ़ियत-ए-इज़्तिराब है COVID-19 के संकट से मुक़ाबले का एक तरीक़ा ‘लॉकडाउन’ तजवीज़ किया गया। अन्य देशों में सरकारें जिस तरह लॉकडाउन से उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिये पैकेज की घोषणा कर रहीं हैं, उसकी …
Read More »लॉक डाउन
शबाहत हुसैन विजेता देश में लॉक डाउन है। ट्रेनें पटरियों पर थम गई हैं। हवाई जहाज़ रनवे पर खड़े हैं। करोड़ों गाडियां गैराज में बंद हैं या फिर घरों में खड़ी हैं। सड़कों पर वही हैं जिनके सामने कोई मजबूरी है। वह मजबूरी जॉब की भी हो सकती है और …
Read More »थूकने और हिंसा के पीछे है लोगों का ‘डर’
समस्या के हल के लिए राजनीतिक नहीं मनोवैज्ञानिक कारण खोजना होगा कोरोना संकट के बाद व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मेंटल हेल्थ बहुत जरूरी राजीव ओझा कोई थूक रहा, कोई पीट रहा, कोई सड़कों पर नोट फेंक रहा। माहौल तनावपूर्ण है, लोग सशंकित हैं। कोरोना पता नहीं अभी …
Read More »क्या ट्रम्प को सिर्फ चुनाव की चिंता है ?
सुरेंद्र दुबे अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर व समृद्ध देश है। इस लिहाज से अमेरिका का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे शक्तिशाली नेता समझा जाता है। पर अपनी ताकत व ऐश्वर्य के बल पर इतराने वाले लोगों को यह नहीं मालूम कि प्रकृति के कहर के आगे हम लोगों की औकात …
Read More »हिंदू-मुसलमान दोनों ही खुदा-भगवान पर हमले कर रहे हैं
नवेद शिकोह भगवान- अल्लाह के इबादतघर/पूजा स्थल बंद हैं, ये बात बर्दाश्त है लेकिन ये हरगिज नहीं बर्दाश्त करेंगे कि भगवान और अल्लाह को दौड़ा-दौड़ा कर मारा जाये। इन्हें पत्थर मार कर घायल किया जाये। आपकी जिंदगी बचाने के लिये आपके दर तक आने वाले इन भगवानो़/ख़ुदाओं की ही जान …
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