संजय सिंह भारत को ब्रिटेन के जल परिवहन व्यवस्था से सीख लेनी चाहिए. भारत में इस तरह के आर्टिफिशियल चैनल निर्मित करने की ओर बढ़ना होगा . सड़कों पर बढ़ रहे दबाव को ध्यान में रखते हुए इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है. निश्चित तौर से इंग्लैंड आर्थिक रूप से …
Read More »ओपिनियन
भारत नेपाल सीमा पर तार बाड़ और पासपोर्ट जैसी व्यवस्था की मांग के पीछे कौन?
यशोदा श्रीवास्तव भारत नेपाल की खुली सीमा पर कटीले तार लगाने के साथ ही भारत वासियों को नेपाल आने जाने के लिए वीजा पासपोर्ट जैसी व्यवस्था अनिवार्य करने संबंधी मांग को लेकर प्रमुख विपक्षी दल और सरकार आमने सामने हैं। हैरत है कि लोकतंत्र बहाली के बाद नेपाल में सत्तारूढ़ …
Read More »टूटती सांसों पर राजनीति करने वालों को सिखाना होगा सबक
डा. रवीन्द्र अरजरिया देश के लोकतंत्र की व्यवस्था का स्याह पक्ष प्रारम्भ हो चुका है। विधायिका की नींव में राजनैतिक दलों ने मट्ठा पिलाना शुरू कर दिया है। सत्ता, सिंहासन और सल्तनत के लोलिपों व्दारा न केवल परम्परागत मर्यादायें ही तार-तार की जा रहीं हैं बल्कि स्वार्थपरिता की चरमसीमा पर …
Read More »“ जीवन विज्ञान और समाज विज्ञान के संबंध ”
अशोक कुमार एक बार की बात है मुझे राजस्थान विश्वविद्यालय में एक यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुरूप शिक्षकों के लिए एक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा गया । मैं बहुत प्रसन्न हुआ, मन में बहुत उत्साह था। पुनश्चर्या पाठ्यक्रम अच्छे से अच्छा हो और शिक्षकों को इसका लाभ मिले …
Read More »विश्वविद्यालयों , उच्च शिक्षण संस्थानों मे वर्ष में दो बार मिलेगा प्रवेश
अशोक कुमार भारतीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को अब विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर वर्ष में दो बार प्रवेश देने की योजना को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मंजूरी दे दी है। यूजीसी के अनुसार शिक्षण सत्र 2024-25 से जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में दो बार प्रवेश प्रक्रिया शुरू की …
Read More »भारत में शिक्षकों की रिक्तियों की संख्या –विश्व गुरु की ओर बढ़ते कदम
अशोक कुमार भारत में शिक्षकों की रिक्तियों की संख्या का कोई एक निश्चित आंकड़ा नहीं है, क्योंकि यह लगातार बदलता रहता है। लेकिन, कुछ रिपोर्टों और अध्ययनों से हमें अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है: स्कूलों में • 2020: पीआरएस लेगिटिमेटेड लीड्स द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, …
Read More »संभावनाओं की आड़ में नकारात्मकता के दांव
डा. रवीन्द्र अरजरिया लोकसभा चुनावों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ है। इस गठबंधन के सभी सहयोगी दलों ने मिलकर नरेन्द्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनकर प्रधानमंत्री पद का एक बार फिर दायित्व सौंपा है। देश में दूसरी बार कोई एक ही व्यक्ति तीसरे कार्यकाल में देश …
Read More »विपक्ष की ताकत में इजाफा भाजपा के लिए बड़ी चुनौती
कृष्णमोहन झा 18 वीं लोकसभा के चुनावों में भाजपा नीत एनडीए को लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार गठित करने का जो जनादेश मिला है वह एन डी ए की मुखिया भाजपा की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है। चुनावों की घोषणा के बाद से ही भाजपा यह दावा कर रही …
Read More »परिणामविहीन है कथित भविष्यवक्ताओं का शब्द दंगल
लोकसभा चुनावों में मतदान थमते ही भविष्य वक्ताओं की बाढ सी आ गई है। सात चरणों में हुई रायसुमारी के परिणाम मशीनों में बंद हो गये हैं। कुछ ही घंटों बाद वास्तविकता सामने आ जायेगी। राजनैतिक गठबंधन स्वत: सुखाय को लेकर जीत के नाहक दावे कर रहे हैं जबकि व्यवसायिक …
Read More »रोकना होगा आवश्यकता से अधिक धनापूर्ति का सिलसिला
सम्प्रदायगत दंगों की पटकथा तो स्वाधीनता के बाद से ही किस्तों में लिखी जाती रही है किन्तु जातिगत वैमनुष्यता फैलाने वालों ने अब मां भारती को रक्तरंजित करने के इरादे भी जाहिर कर दिये हैं। समान आचार संहिता का विरोध करने वाले तो जातियों को आपस में लडवाने की तैयारी …
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