Sunday - 7 January 2024 - 12:53 PM

प्रशांत किशोर की पॉलिसी से भाजपा की बढ़ी चिंता, जानिए क्या है मामला?

जुबिली न्यूज डेस्क

2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले कुछ समय से भाजपा की मुश्किलें बढ़ाए हुए हैं। दो महीने पहले ही पश्चिम बंगाल में जीत के बड़े-बड़े दावे कर रही भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी। । ममता की बंपर जीत के पीछे प्रशांत किशोर की रणनीति ही थी।

अब एक बार फिर पीके की एक पॉलिसी की वजह से भाजपा खेमे की चिंता बढ़ गई है। दरअसल भाजपा वाईएसआरसीपी को मोदी सरकार में लाने के लिए डील कर रही है, जबकि पीके चाहते हैं कि वाईएसआरसीपी चीफ जगन मोहन रेड्डी बीजेपी विरोधी मोर्चे का हिस्सा बनें।

सूत्रों के मुताबिक, ” बीजेपी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले वाईएसआरसीपी को चुनाव पूर्व गठबंधन में लाने की कोशिश की थी) ने सात जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार से पहल जगन मोहन रेड्डी के साथ बातचीत फिर से शुरू की।”

मामले से अवगत एक अन्य सूत्र के मुताबिक, वाईएसआरसीपी को कैबिनेट में शामिल करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई थी। डील लगभग हो फाइनल हो चुकी थी। भाजपा की ओर से एक कैबिनेट पद, एक स्वतंत्र प्रभार और एक राज्य मंत्री के प्रस्ताव थे, लेकिन बाद में दो कैबिनेट पदों पर चर्चा हुई और बीजेपी नेतृत्व इसके लिए तैयार नहीं हुआ।

सूत्र ने आगे यह भी बताया कि जगन की सरकार में शामिल होने की “इच्छा” थी। उन्होंने पदों के लिए “नामों को अंतिम रूप दे दिया था”।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता वी विजयसाई रेड्डी ने बताया, “चर्चाएं हुईं, पर क्या हुआ? केवल सीएम ही इस पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं।”

वहीं, एक सूत्र ने कहा कि जगन के प्रस्ताव को स्वीकार न करने के फैसले ने ” बीजेपी नेतृत्व को नाराज कर दिया”। हालांकि, आंध्र के सीएम ने कहा कि वह “केंद्र के प्रति मित्रता बरकरार रखेंगे और मुद्दे-आधारित समर्थन का विस्तार करेंगे”।

वैसे, 2014 के बाद से वाईएसआरसीपी मुद्दे-आधारित समर्थन की पेशकश के लिए खुले होने के बावजूद एनडीए सरकार में शामिल होने के खिलाफ है।

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सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर के वाईएसआरसीपी को बीजेपी विरोधी दलों के समूह में शामिल करने के प्रयासों ने बीजेपी नेतृत्व को “परेशान करने वाले” संकेत दिए हैं।

वाईएससीआरपी में सूत्रों ने माना कि साल 2019 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में वाईएसआरसीपी के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने अगले लोकसभा चुनाव से पहले ” बीजेपी के खिलाफ पार्टियों के एक साथ आने का विचार रखा”।

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वाईएसआरीसीपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में 25 सीटों में से 22 सीटें जीती थीं, जबकि 175 विस सीटों में 151 पर कब्जा जमाया था। पार्टी नेताओं का कहना है कि किशोर, जगन को आगामी चुनावों में भी सलाह दे सकते हैं।

वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान कहा था कि वह जगन मोहन रेड्डी के साथ अच्छे संबंध साझा करती हैं। उन्होंने संकेत दिया था कि बीजद और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियों के लिए दरवाजे खुले हैं।

बताते चलें कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पीके द्वारा 2024 के आम चुनाव से पहले भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयासों में लगे हैं।

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