Friday - 5 January 2024 - 2:36 PM

ई.. का..अब अमिताभ किसान सम्मान निधि सूची मा?

राजीव ओझा

बाराबंकी और बिग बी में कुछ पिछले जन्‍म का रिश्ता जरूर है। किसी न किसी रूप में अमिताभ बच्चन का नाम बाराबंकी से जुड़ ही जाता है। कुछ वर्षों पहले अमिताभ ने बाराबंकी में कुछ खेत खरीदने में रूचि दिखाई थी लेकिन इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया तो अमिताभ बच्चन ने मलिहाबाद में किसानी के उद्देश्य से थोड़ी जमीन खरीद ली।

अब खबर आ रही है कि फिल्म इंडस्ट्री के महानायक अमिताभ को भी किसान सम्मान निधि से पैसा चाहिए। चौंक गए न! इसके पहले की आप बिग बी के बारे में ऐसा वैसा सोचें, स्पष्ट कर दें कि इसमें अमिताभ की कोई भूमिका नहीं है। न ही उन्हें इसकी कोई जानकारी होगी। दरअसल सारा कारनामा बाराबंकी के राजस्व विभाग का है।

किसान सम्मान निधि से किसानों को हर साल छह हजार रूपये मिलते हैं। बाराबंकी राजस्व विभाग के किसी कलाकार कर्मचारी ने बड़ी चतुराई से ग्राम पंचायत पल्हरी के गाँव शुक्लाई की सूची में महानायक का नाम डाल दिया। सूची में 1992 नम्बर पर दर्ज है अमिताभ बच्चन का नाम। अभी यह नहीं पता चल सका है कि उनका नाम छह हजार रुपये हड़पने के लिए जानबूझ कर डाला गया है या त्रुटिवश यह नाम सूची में आ गया। अब इसकी जाँच की जा रही है और लेखपाल उलझन में हैं कि इसका सत्यापन कैसे करें।

अमिताभ बच्चन 77 की उम्र में भी सिल्वरस्क्रीन पर काफी सक्रिय हैं। हालाँकि अब उन्होंने घोषणा की है की कौन बनेगा करोड़पति के अगले सीजन में वह इस शो की एंकरिंग नहीं करेंगे। अमिताभ ने करोड़ों का शो ठुकरा दिया लेकिन बाराबंकी के घोटालेबाज छोटे मोटे लाभ के लिए भी उनके नाम के दुरूपयोग से बाज नहीं आ रहे।

किसान सम्मान निधि योजना भारत के किसानों के लिए है और इसका उद्देश्य किसानो की आर्थिक मदद करना है| इस स्कीम के तहत देश के 14.5 करोड़ किसानों को हर साल 2-2 की 3 किस्तें मिलती हैं। साल में हर लाभार्थी किसान को 6 हजार रूपया सरकार द्वारा दिया जाएगा। यह योजना भारत के किसानों को कृषि उपकण, बीज, खाद आदि खरीदने में मदद के लिए है।

लाभार्थी किसान को 6 हजार रूपया सरकार द्वाउनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर करती है। 1 फरवरी 2019 को  अन्तरिम केंद्रीय बजट के दौरान पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का प्रावधान किया था। इस योजना के लिये आवेदन करे वाले किसान को खसरा खतौनी की नकल या किसान क्रेडिट कार्ड के साथ ही बैंक पासबुक और आधार कार्ड की कापी प्रस्तुत करनी होती है।

आश्चर्य की बात है की इस तरह की सत्यापन प्रक्रिया होते हुए भी अमिताभ बच्चा का नाम कैसे सूची में आ गया। खबर है कि उत्तर प्रदेश के करीब 1.3 करोड़ किसानों को डाटा में खामियों के कारण पीएम किसान सम्मान योजना से बाहर कर दिया गया है। क्योंकि इनके आधार नंबर में नाम और बैंक खाते के नाम में अंतर पाया गया। अब अमिताभ बच्चन के नाम का मामला उजागर हुआ है। इससे योजना की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

(लेखक वरिष्‍ठ पत्रकार हैं, लेख उनके निजी विचार हैं)

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