Sunday - 7 January 2024 - 6:23 AM

आखिर क्यों सातवें स्थान पर पहुंची भारत की अर्थव्यवस्था

न्यूज डेस्क

भारत की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन व फ्रांस से पिछड़कर 7वें स्थान पर आ गई है। इससे पहले 2017 में भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश था।

2017 में भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.65 लाख करोड़ डॉलर था, उसके बाद ब्रिटेन 2.64 लाख करोड़ डॉलर और फ्रांस 2.59 लाख करोड़ डॉलर का स्थान था, लेकिन यह स्थिति बहुत कम समय तक बनी रह पायी।

2018 में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 2.82 लाख करोड़ डॉलर और फ्रांस की अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 2.78 लाख करोड़ डॉलर हो गया, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.73 लाख करोड़ डॉलर ही रहा। डालर के हिसाब से भारत की अर्थव्यवस्था 2018 में महज 3.01 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि 2017 मेंं 15.72 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी

ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में 6.81 प्रतिशत का इजाफा

ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 6.81 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जबकि उसके पहले 0.75 प्रतिशत की कमी आई थी। वहीं फ्रांस की अर्थव्यवस्था 7.33 प्रतिशत बढ़ी, जबकि इसके पहले 4.85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। अर्थशास्त्री के मुताबिक इसी वजह से डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आयी है।

आईएचएस मार्किट ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत इस साल ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़कर विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और वह 2025 तक जापान को पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 2018 में जापान की अर्थव्यवस्था का आकार 4.97 लाख करोड़ डॉलर रहा, जो भारत के 2.24 लाख करोड़ डॉलर की तुलना में दोगुने से ज्यादा है।

आखिर क्या रही वजह

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि वित्त वर्ष 2018 में भारतीय अर्थव्यवस्था के फिसलकर सातवें स्थान पर पहुंचने का मुख्य कारण रुपये के स्तर पर उतार-चढ़ाव और धीमी ग्रोथ है।

इंडिया रेटिंग में मुख्य अर्थशास्त्री देवेंद्र पंत ने कहा, ‘2017 में रुपया डॉलर के मुकाबले काफी मजबूत हुआ था लेकिन 2018 में इसमें कमजोरी दर्ज की गई। लिहाजा, जीडीपी रैंकिंग में फिसलने के पीछे कमजोर रुपया और ग्रोथ में सुस्ती रही।’

अर्थशास्त्री देवेंद्र पंत ने कहा कि 2017 में डॉलर के मुकाबले रुपये में 3 प्रतिशत की तेजी आई थी, जबकि उसके अगले साल 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसकी वजह से डॉलर के हिसाब से भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2018 में 2017 के मुकाबले सुस्त नजर आ रही है। रुपये के हिसाब से भारत की अर्थव्यवस्था 2018-10 में 11.2 प्रतिशत बढ़ी है, जो 2017-18 के 11.3 प्रतिशत बढ़ोतरी की तुलना में मामूली कम है। भारत के आधिकारिक आंकड़ों में वित्त वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलता है। यह आंकड़ा तब सामने आया है, जब यह चर्चा चल रही है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2025 तक जापान से बड़ी हो जाएगी।

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