जुबिली न्यूज डेस्क
स्वीडन की पहली महिला प्रधानमंत्री मैगडेलेना एंडरसन ने अपनी नियुक्ति के महज कुछ ही घंटों बाद इस्तीफा दे दिया।
सोशल डेमोक्रैट एंडरसन को बुधवार को पीएम घोषित किया गया था, लेकिन उनके गठबंधन सहयोगी पार्टी ग्रीन पार्टी के सरकार से समर्थन वापस लेने और सरकार की ओर से पेश किया गया बजट पारित ना होने के बाद उन्होंने इस्तीफा देना पड़ा।
वहीं इसके विपरीत संसद में विपक्ष के बजट पर मतदान किया गया जो अप्रवासी-विरोधी अति दक्षिणपंथी बजट है।
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स्वीडिश महिलाओं को वोट का अधिकार दिए जाने के सौ साल बाद, 54 वर्षीय सोशल डेमोक्रेट नेता मैगडेलेना एंडरसन को प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाने पर संसद में स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया था।
इस मामले में मैगडेलेना एंडरसन ने कहा, “मैंने स्पीकर महोदय को बता दिया है कि मैं अपने पद से इस्तीफा देना चाहती हूं।”
एंडरसन ने कहा कि उन्हें एक पार्टी की सरकार के नेता के रूप में फिर से प्रधानमंत्री बनने की की उम्मीद है।
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सोशल डेमोक्रेट नेता ने बुधवार को कहा, एक संवैधानिक प्रथा है कि जब एक पार्टी सरकार छोड़ती है तो गठबंधन सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे सरकार का नेतृत्व नहीं करना चाहती जिसकी वैधता पर सवाल उठाया जाए।
स्वीडिश संसद रिक्सदाग के 349 सदस्यों में से 174 ने एंडरसन के खिलाफ वोट किया, जो कि बहुमत से कम थे, लेकिन यह भी सच है कि 117 सांसदों ने ही उनका समर्थन किया था और 57 गैरहाजिर रहे थे। इसलिए उन्हें एक मत से वोट मिली थी।
इसी नियम के चलते सौ साल के इतिहास में पहली बार देश को एक महिला प्रधानमंत्री मिली थी। उनके चुने जाने पर सांसदों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया था। एंडरसन के प्रधानमंत्री बनने से पहले स्वीडन ही एकमात्र नॉर्डिक देश था जहां अब तक कोई महिला प्रधानमंत्री नहीं रही थी।