Sunday - 7 January 2024 - 2:13 AM

शिवसेना के मुखपत्र में जावेद अख्तर ने क्या लिखा है?

जुबिली न्यूज डेस्क

पिछले दिनों गीतकार जावेद अख्तर चर्चा में थे। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना तालिबान से की थी, जिसकी वजह से उनकी खूब आलोचना हुई थी। भाजपा ने तो जावेद अख्तर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और तो और शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी उनकी आलोचना की गई थी।

इन विवादों के बीच अब जावेद अख्तर ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख लिखा है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के एक बयान के संदर्भ में जावेद ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सबसे बुरे आलोचक भी उन पर किसी भी भेदभाव या अन्याय का आरोप नहीं लगा सकते।

मालूम हो कि देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की यात्रा के बाद दिवंगत शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के अस्थायी स्मारक की शुद्धिकरण शिवसेना की “तालिबानी मानसिकता” को दर्शाता है।

पूर्व राज्यसभा सांसद जावेद अख्तर ने एक समाचार चैनल को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, “जैसे तालिबान एक इस्लामिक स्टेट चाहता है, वैसे ही जो हिंदू राष्ट्र चाहते हैं, वे एक ही मानसिकता के हैं। चाहे मुसलमान हों, ईसाई हों, यहूदी हों या फिर हिंदू।”

उन्होंने कहा था, “बेशक, तालिबान बर्बर है और उनकी हरकतें निंदनीय हैं, लेकिन आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले भी वही हैं।”

वहीं सामना ने 6 सितंबर को अपने संपादकीय में जावेद अख्तर की आलोचना करते हुए कहा था कि आरएसएस-विहिप को तालिबान से जोडऩा हिंदू संस्कृति का अपमान करने जैसा है।

जावेद अख्तर ने सामना में अपने लेख में कहा है कि उनके साक्षात्कार के बाद उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। यह लेख सभी को जवाब देने का एक तरीका था।

लेख में उन्होंने कहा है, “हाल ही में मैंने एक साक्षात्कार में कहा था कि हिंदू पूरी दुनिया में सबसे सभ्य और सहिष्णु बहुसंख्यक हैं। मैंने भी कई बार कहा है कि भारत कभी अफगानिस्तान नहीं बन सकता, क्योंकि भारतीय स्वाभाविक रूप से कट्टरपंथी नहीं हैं। उदार होना और संतुलित रुख अपनाना डीएनए में है।’

हालांकि, जावेद अख्तर तालिबान और दक्षिणपंथी मानसिकता के बीच समानता पर अपने बयान पर कायम रहे। उन्होंने कहा कि तालिबान ने एक इस्लामिक राज्य की स्थापना की, जबकि हिंदू दक्षिणपंथी एक हिंदू राष्ट्र बनाने का इरादा रखते हैं। इसके अलावा, तालिबान की तरह, दक्षिणपंथी महिलाओं की स्वतंत्रता पर अंकुश लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा है, “मैं तालिबान मानसिकता और दक्षिणपंथी विचारधारा के बीच बहुत समानताएं देखता हूं। इसने लोगों को नाराज किया है। वास्तविकता यह है कि वास्तव में कई समानताएं हैं। तालिबान एक इस्लामिक सरकार बना रहे हैं। हिंदू दक्षिणपंथी हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। तालिबान महिलाओं के अधिकारों पर अंकुश लगाना चाहता है। हिंदू दक्षिणपंथी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें महिलाओं और लड़कियों की स्वतंत्रता पसंद नहीं है। उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक और गुजरात तक, एक रेस्तरां या बगीचे या किसी सार्वजनिक स्थान पर एक साथ बैठने के लिए युवक-युवतियों को बेरहमी से पीटा गया है।”

फडणवीस पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसते हुए अख्तर ने कहा, “मैं उन तीन पार्टियों में से किसी का भी सदस्य नहीं हूं जो सरकार एक गठबंधन में उद्धव ठाकरे के सक्षम नेतृत्व के तहत महाराष्ट्र में बहुत अच्छी तरह से शासन कर रही हैं। आज, महाराष्ट्र में उनकी लोकप्रियता बंगाल में ममता बनर्जी और तमिलनाडु में एमके स्टालिन के समान है। उनके सबसे बड़े आलोचक भी उन पर किसी भेदभाव या अन्याय का आरोप नहीं लगा सकते। कोई कैसे और क्यों उद्धव ठाकरे की सरकार को ‘तालिबानी’ कह सकता है, यह मेरी समझ से परे है।”

 

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com