Wednesday - 10 January 2024 - 8:34 AM

साई सेंटर में आखिर क्यों कम एण्ड प्ले योजना के खिलाड़ियों ने किया बवाल

स्पेशल डेस्क

लखनऊ। टोक्यो ओलंपिक बेहद करीब है। ऐसे में सरकार अभी से ओलम्पिक की तैयारी में जुटी हुई है। ओलम्पिक को ध्यान में रखकर भारतीय खेल प्राधिकरण ने लखनऊ के साई सेंटर को अपनी ओलम्पिक योजना शामिल करने का फैसला किया है लेकिन उनके इस फैसले से कम एण्ड प्ले योजना के तहत खेलने वाले खिलाडिय़ों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

जानकारी के मुताबिक ओलम्पिक योजना में लखनऊ के सेंटर को शामिल करने की वजह से कम-आन-प्ले स्क्रीम के तहत खिलाडिय़ों के अभ्यास करने का समय बदलने का फैसला किया गया है। इस वजह से कम-आन-प्ले स्क्रीम के खिलाडिय़ों में भारी गुस्सा है।

उपनिदेशक पीवी पटेल ने जुबिली पोस्ट से कहा

इस बारे में साई सब सेंटर लखनऊ के उपनिदेशक पीवी पटेल ने जुबिली पोस्ट से कहा कि टोक्यो ओलंपिक को ध्यान में रखकर देश के 12 सेंटर को ओलम्पिक योजना में शामिल किया गया है। उन 12 सेंटरों में से लखनऊ को ओलम्पिक योजना में शामिल किया गया है। इसके तहत सेंटर की प्राथमिकता राष्ट्रीय कैम्प में और राष्ट्रीय व राज्य स्तर के खिलाडिय़ों को ट्रेनिंग देना है।

उन्होंने कहा कि जहां तक कम-आन-प्ले स्क्रीम के खिलाडिय़ों की बात है तो उन्हें अलग समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को एथलेटिक्स के कुछ बच्चों ने इसका विरोध किया था लेकिन मंगलवार को कम-आन-प्ले स्क्रीम के तहत 25-30 बच्चें दूसरे समय में आकर  ट्रेनिंग कीहैं। इतना ही नहीं इन बच्चों की उपस्थिति को नोट किया गया है। उन्होंने कहा कि कम-आन-प्ले स्क्रीम के तहत जो बच्चें  अच्छा प्रदर्शन करेंगे उनको भारतीय खेल प्राधिकरण से बातकर उन्हें साईं के नेशनल कैम्प में जगह देने पर विचार किया जा सकता है।

कम-आन-प्ले स्क्रीम के खिलाडिय़ों ने काटा बवाल 

इस पूरे मामले में  सोमवार को लखनऊ सेंटर पर खिलाडिय़ों को अभ्यास करने से रोक दिया गया। इसके बाद एथलेटिक्स और कुछ अन्य खेलों के खिलाडिय़ों ने गेट के बाहर जमकर बवाल काटना शुरू कर दिया। साई सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार एथलेटिक्स के स्थानिया खिलाड़ी ने जानबूझकर बवाल किया है।

नाम न छापने की शर्त पर साई के एक अधिकारी ने बताया कि एक स्थानिय खिलाड़ी ने जानबूझकर सभी खिलाडिय़ों को उकसाया है ताकि यहां पर ट्रेनिंग में दिक्कत पैदा हो सके। जानकारी के मुताबिक इस खिलाड़ी ने अपने भाई के साथ मिलकर यहां प्रदर्शन किया है। विरोध में खिलाडिय़ों ने मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर सरोजनीनगर चंदन कुमार पटेल व क्षेत्राधिकारी कृष्णनगर अमित कुमार राय पहुंचकर मामले को शांत कराया है।

साई सेंटर में  world क्लास की सुविधा

सरोजनीनगर स्थित साई सेंटर में एथलेटिक्स का सिंथेटिक ट्रैक और हॉकी की एस्ट्रोटर्फ। इतना ही नहीं यहां पर बैडमिंटन व कुश्ती के लिए मल्टीपरपज हॉल की सुविधा उपलब्ध है। स्विमिंग के ओलंपिक आकार का पूल है। हैण्डबाल, वॉलीबाल, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग, वुशू, जूडो, ताइक्वाण्डो जैसे खेलों की सुविधा है। अत्याधुनिक उपकरणों व मशीन से लैस है जिमनेजियम हाल।

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राष्ट्रीय  कैम्प के साथ-साथ हॉस्टल के खिलाडिय़ों को मिलती है ट्रेनिंग

साई राष्ट्रीय कैम्पों के अलावा अपने हॉस्टल के खिलाडिय़ों को अभ्यास कराता है। अत्याधुनिक उपकरणों व मशीन से लैस सेंटर ने स्थानिय खिलाडिय़ों को ट्रेनिंग देने का फैसला किया। इसके तहत बेहद कम शुल्क दिया जाता है। बालिकाओं को एक तिहाही फीस देनी होती है। गरीबी रेखा से नीचे वाले खिलाडयि़ों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है। अधिकतम शुल्क 75 रुपए प्रतिमाह है। राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी निशुल्क ट्रेनिंग कर सकते हैं। इसके साथ जो भी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो साई के हॉस्टल, एक्सीलेंस सेंटर या स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर में भर्ती होने का सुनहरा मौका है। कुल मिलाकर यहां से निकलने वाले खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर ही नहीं बल्कि ओलम्पिक में अपना जलवा दिखाते नजर आते हैं।

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