जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। सुहागिनों का पर्व करवाचौथ में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। महिलाओं ने करवाचौथ की खरीदारी भी शुरु कर दी है। थाली, छन्नी, लोटा और बंधेज पोटली से दुकानें भी सज चुकी हैं। लेकिन इस बार करवा चौथ के सामान से सजा बाजार कुछ अलग ही है।
करवाचौथ इस बार अलग इसलिए भी है क्योंकि बाजार चाइनीज सामान के बजाए खास महिलाओं के हाथ से बने सामान से सजा हुआ है। महिलाओं के लिए महिलाओं के हाथ से बने थाली, छन्नी और लोटा में एक अलग ही खासियत है।
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इतना ही नहीं सजने- संवरने के लिए फ्लोरल ज्वैलरी भी आपको खूब रिझाएंगी। ये सब सामान भारतीय बाजार नाम की संस्था ने किया है। ये संस्था महिला समूहों से मिलकर बनी है।
चीनी सामानों के बहिष्कार के बीच इस साल करवा चौथ के मौके पर बाजार में चीनी सामान नहीं दिखाई दे रहे हैं, लेकिन करवाचौथ पर्व में इस्तेमाल होने वाले घरेलू सामान भी खास हैं।
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तीन अलग- अलग साइजों और बहुत सारे रंगों में बनाई गई करवाचौथ स्पेशल बैंगल देखते ही बनती है। इस सेट में खास तरह से बनी चार बैंगल और दो कढ़े हैं। डिजाइनर थाली, छन्नी और लोटा की कीमत इस समूह ने 900 से 950 रुपये तक रखी है। आकर्षक पोटली की खासी रेंज तैयार की गई है। 85 रुपये की बंधेज पोटली से लेकर 210 रुपये तक की पोटली तैयार की गई हैं।
भारतीय बाज़ार द्वारा तैयार फ्लोरल ज्वैलरी को देखकर तो ऐसा ही लगता है कि उसे बनाने वाली महिला ने दूसरी महिला के मन की बात को समझते हुए तैयार किया है। फ्लोरल ज्वैलरी के 11 सेट अलग- अलग रंग और डिजाइन में तैयार किए गए हैं।
कीमत भी ऐसी कि सोचना न पड़े। एक सेट की कीमत 360 रुपये से लेकर 860 रुपये है। इस सेट में फूलों से बना गले का हार, ईयर रिंग, टीका, हथफूल और बालों को सजाने के लिए खास एक लड़ी तैयार की गई है।
भारतीय बाज़ार की श्रद्धा खंडेलवाल नेगी की माने तो भारतीय बाजार नाम की संस्था ने चीन को जवाब देने के लिए यह अभियान शुरु किया है। महाराष्ट्र, बिहार, यूपी और झारखण्ड में खासतौर से महिलाओं के समूह इस सामान को तैयार कर रहे हैं। आइटम देखने के लिए भारतीय बाज़ार की बेवसाइट को देखा जा सकता है।
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