Saturday - 6 January 2024 - 6:44 PM

बेरोजगार हैं तो यहां मिलेगा पार्ट टाइम रोजगार

जुबली न्यूज़ डेस्क 

ई-कामर्स कंपनी ऐमजॉन इंडिया ने अपने ऐमजॉन फ्लेक्स डिलीवरी प्रोग्राम का विस्तार देश के 35 से अधिक शहरों में करने की घोषणा की है। इससे इन शहरों में भी ग्राहकों को पैकेजेस की डिलीवरी के लिए हजारों वैसे लोगों की जरूरत पड़ेगी जिनके पास अपना दोपहिया वाहन हो। वे अपने पसंद के समय में हर घंटे 120 से 140 रुपए कमा सकेंगे।

ऐमजॉन इंडिया का कहना है कि ऐमजॉन फ्लेक्स डिलीवरी प्रोग्राम को भारत में पिछले साल जून में शुरू किया गया था। इसका लक्ष्य पार्ट टाइम काम के अवसर सृजित करना था। इस प्रोग्राम में लोग खुद के बॉस रहते हैं, काम के खुद शेड्यूल बनाते हैं और ऐमजॉन के ग्राहकों को पैकेजेस की डिलीवरी कर प्रति घंटा 120 से 140 रुपए कमा सकते हैं। पिछले साल यह प्रोग्राम देश के 3 शहरों तक ही सीमित था, जिसे अब बढ़ा कर 35 शहरों तक पहुंचाया गया है।

कंपनी का दावा है कि इस विस्तार ने मेट्रो शहरों और नॉन-मेट्रो शहरों जैसे रायपुर, हुबली, ग्वालियर और नासिक आदि में लोगों के लिए पार्ट-टाइम काम के हजारों अवसर सृजित किए हैं। ऐमजॉन फ्लेक्स प्रोग्राम के विस्तार से कंपनी की डिलीवरी क्षमता बढ़ाने में ऐसे समय मदद मिलेगी, जब देशभर के ग्राहक अपने घर पर उत्पादों की ज्यादा से ज्यादा डिलीवरी अपने घर पर चाहते हैं।

ऐमजॉन इंडिया के निदेशक प्रकाश रोचलानी का कहना है कि पिछले एक वर्ष में उन्हें ऐमजॉन फ्लेक्स प्रोग्राम के लिए हजारों ऐसे लोगों से बेहतरीन रिस्‍पांस मिला है, जिन्‍होंने ऐमजॉन के ग्राहकों को सामान डिलीवर किया। इसमें काम करने वाले पार्टनर्स पार्ट टाइम काम के अवसर का आनंद लेते हैं और अपने खाली समय में कमाई करते हैं। इस प्रोग्राम से जुड़ने के लिए गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, पटना, रायपुर, गुरूग्राम जैसे शहरों में इसके लिए लोगों की नियुक्ति भी शुरू हो गई है।

इससे जुड़ने के इच्छुक ऐसे जुड़ें

ऐमजॉन का कहना है कि इसे वैसे स्टूडेन्ट्स, गृहिणियों और लोगों के लिए बनाया गया है, जो अपने खाली समय में अमेज़न के पैकेजेस की डिलीवरी कर अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं। इच्छुक डिलीवरी पार्टनर्स साइन-अप कर अपना शेड्यूल चुन सकते हैं और पैकेजेस डिलीवर कर सकते हैं- वो ये सब अमेज़न फ्लेक्स एप के इस्‍तेमाल से कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : 6 साल में 18 मुलाकातों के बाद भारत को हासिल क्या है ?

यह भी पढ़ें : अब लिखकर नहीं बोलकर करें ट्वीट

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com