यशोदा श्रीवास्तव 16 मई बुद्ध पूर्णिमा के दिन भारत के प्रधानमंत्री मोदी का नेपाल में भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी आगमन कई मायने में अहम रहा. लुंबिनी यानी बुद्ध के जन्मस्थली तक जाने के लिए बुद्ध के परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर होकर जाना भी बस “यूं ही” नहीं था. बुद्ध का …
Read More »ओपिनियन
शतरंजी चालों से राजनैतिक दलों ने बिगाड़ा है देश का माहौल
डा. रवीन्द्र अरजरिया देश में दलगत राजनीति ने हमेशा से ही फूट डालो, राज करो की नीति अपनाई। दूरगामी योजनायें बनाकर शतरंज की चालें चलीं। जातिगत, आस्थागत और व्यवहारगत विभेदों को हमेशा ही हवा देकर टकराव की स्थितियां पैदा की। भारतीय जनता पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवानी ने सितम्बर सन …
Read More »राष्ट्र भक्त युवा या डिग्री धारक युवा : क्या राष्ट्रीय गौरव न्यूनतम 36% ही होना चाहिए?
प्रो. अशोक कुमार बात गोरखपुर की है। मैं एक बार एक सांस्कृतिक संध्या में गया हुआ था। सांस्कृतिक संध्या में मेरे साथ में एक माननीय सांसद जी बैठे हुए थे। हम सभी लोग मुख्य अतिथि का इंतजार कर रहे थे, उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। लेकिन इसी बीच वर्षा आ …
Read More »नेपाल: निकाय चुनाव परिणाम के बाद बदलेंगे राजनीतिक समीकरण
यशोदा श्रीवास्तव नेपाल में जो गांव पालिका से लगायत नगरपालिका व मेयर के चुनाव हो रहे हैं, दरअसल यह आम चुनाव का लिटमस टेस्ट है। संपूर्ण नेपाल में इन पदों का परिणाम इस बात का संकेत होगा कि सात आठ महीने बाद नेपाल में होने वाले संसद व विधानसभा चुनाव …
Read More »वैश्विक कोयला संयंत्र क्षमता में दर्ज हुई 13% की गिरावट
सीमा जावेद एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया भर में कोयला आधारित ऊर्जा के लिए उदासीनता बढ़ रही है। स्थापित किए जा रहे कोयला पावर प्लांट्स में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। यह तथ्य ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर की वार्षिक ‘बूम एंड बस्ट’ रिपोर्ट में सामने आए हैं। इस वार्षिक रिपोर्ट …
Read More »अधिकारों पर अतिक्रमण का तीव्र होता दंश
डा. रवीन्द्र अरजरिया देश में सम्प्रदायवाद का जहर तेजी से घुलता जा रहा है। मजहबी दूरियां निरंतर बढतीं जा रहीं हैं। स्वाधीनता के बाद से पर्दे के पीछे चलने वाला षडयंत्र अब खुलकर ठहाके लगाने लगा है। राजनीति से लेकर फिल्मों तक ने जानबूझकर हौले-हौले देश को मानसिक गुलामी के …
Read More »राज्यपालों ने राजनीति करना शुरु किया और सारी नैतिकता…
डॉ. सी पी राय जहां तक मैंने कानून और राजनीति शास्त्र पढते हुये जाना है कि संविधान की व्यव्स्था में राज्यपाल मंत्री परिषद की सलाह पर काम करता है, वो मंत्री परिषद के किसी प्रस्ताव को पुनर्विचार के लिये भेज सकता है परंतु दुबारा प्रस्ताव आने पर मानने को बाध्य …
Read More »विश्वयुध्द की तेज होती बयार में शांति का शंखनाद
डा. रवीन्द्र अरजरिया विश्व युध्द के मुहाने पर स्थितियां पहुंचती जा रहीं है। वर्चस्व की जंग में अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा विस्तारवादी नीतियों को बढावा दे रहा है। राष्ट्रीय विकास और संपन्नता के नाम पर नागरिकों को बरगलाने वाले राष्ट्रों की सरकारें कुटिल देशों की चालों में फंसती जा रहीं …
Read More »क्या कर पाएंगे हम 100GW सोलर क्षमता का लक्ष्य हासिल ?
डॉ. सीमा जावेद इस साल के अंत तक भारत ने अपने लिए 100 गीगावाट की सौर क्षमता एसटीहपीत करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन जेएमके रिसर्च और इंस्टीट्यूट फॉर एनेर्जी इक्नोमिक्स एंड फ़ाइनेंष्यल एनालिसिस (IEEFA) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत अपने इस लक्ष्य से काफ़ी पीछे रह जाएगा। …
Read More »सुखद परिणामों तक पहुंचाती है संकल्प शक्ति
डा. रवीन्द्र अरजरिया देश की राजनीति को लेकर पाकिस्तान में कसीदे पढे जा रहे हैं। विदेश नीति से लेकर रक्षा नीति तक की मजबूती की कसमें खाते हुए इमरान खान ने विगत कुछ दिनों में भारत की ओर आशा भरी नजरों से देखना शुरू कर दिया था। मुसीबत में दुश्मन …
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