Wednesday - 10 January 2024 - 6:19 AM

प्रियंका की चुनौती से कैसे निपटेंगे योगी

स्पेशल डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस दोबारा अपनी खोई हुई जमीन को तलाश रही है। इस वजह से कांग्रेस जमीनी स्तर पर अपने संगठन को मजबूत कर रही है। इसी के तहत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आजमगढ़ का दौरा कर रही है। पिछले दिनों बिलरिया कस्बे में नागरिकता संसोधन कानून का विरोध के दौरान खदेड़ी गई महिलाओं से प्रियंका गांधी ने खास मुलाकात की है।

इस दौरान उन्होंने पीडि़त महिलाओं से बातचीत कर पूरी घटना की जानकारी ली है। पीडि़त महिलाओं ने महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात कर अपने ऊपर हुए जुल्म की कहानी बयां की। इस अवसर पर कांग्रेसियों में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, मनीष चौबे आदि मौजूद रहे।

रोचक बात यह है कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र हैं। इस वजह से सपा थोड़ी परेशान है। प्रियंका गांधी ने पीडि़त महिलाओं से बातचीत कर उनकी परेशानी को जानने की कोशिश की। उनके इस दौरे से यूपी का सियासी पारा एका-एक बढ़ गया है।

दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद से प्रियंका गांधी की सक्रियता दिल्ली से ज्यादा यूपी में देखी जा सकती है। इस वजह से यूपी में सपा-बसपा के साथ-साथ योगी सरकार की भी नींद उड़ा दी है। प्रियंका ने इससे पहले हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी भी गई थी और इसके साथ ही प्रियंका बड़े नेताओं से भिडऩे के लिए तैयार हैं।

जुर्म और नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाना मेरा कर्तव्य  : प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके बीच में आकर मेरे दिल को तसल्ली मिली कि मैं आप सबके दु:ख और संघर्ष का हिस्सा बनी।

उन्होंने कहा कि इसके पहले वे बिजनौर, मुजफ्फरनगर, लखनऊ, बनारस गयी। वहां लोगों से मिली। उत्तर प्रदेश जहां भी दमन होगा। अत्याचार होगा। नाइंसाफी होगी। वहां वे जाएंगी और सबके दु:ख- दर्द का हिस्सा बनेंगी। यह मेरा फर्ज है। मुझे कोई भी रोक नहीं सकता।

महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे पता चला आजमगढ़ बिलरियागंज में पुलिसिया हिंसा हुई । महिलाओं को लाठियों से पीटा गया। आधी रात को आंसू गैस के गोले सत्ता के इशारे पर महिलाओं के ऊपर चलाया गया। घरों में तोड़-फोड़ हुई। गलत तरीके से निर्दोष लोगों गिरफ्तारियों हुईं। उन्होंने कहा मुझे पता चला और मैं बिलरियागंज आप सबके बीच में आईं।

उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि इस जिले के सम्मानित मौलाना मदनी साहब को यहां के अधिकारी घर से बुलाकर गिरफ्तार किये। मौलाना साहब दिल के मरीज है। सुबह-शाम दवा लेते हैं। वे शांति की बात कर रहे थे, पर प्रशासन ने गलत तरीके से गिरफ्तार कर लिया।

महासचिव ने कहा कि CAA/NRC के खिलाफ चल रहे आंदोलनों में हुई पुलिसिया हिंसा को लेकर मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है| पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव तलब किये गये हैं| प्रदेश में जहाँ भी उत्पीडन-दमन होगा, मैं आवाज बुलंद करुँगी| उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ बिलरियागंज के पुलिसिया उत्पीड़न की रिपोर्ट भी मानवाधिकार आयोग को वे भेजेंगी।

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गौरतलब है कि प्रियंका गांधी की सक्रियता से मीडिया अटेंशन खूब मिल रही है। अभी कुछ दिन पूर्व प्रियंका सीएए प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए अचानक पहुंच जाती है। कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को घेरना हो या फिर किसानों व आम आदमी के हक की बात हो सभी मुददें को प्रियंका जोर-शोर से उठाती है। प्रियंका यूपी में खास वर्ग को अपने पक्ष में करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।

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दरअसल दलितों का वोट बैंक अपनी ओर खींचने के लिए कांग्रेस ने अभी से मेहनत शुरू कर दी है। प्रियंका ने रविदास मंदिर पर माथा टेककर दलितों को अपनी ओर मोडऩे की कोशिश की। इससे पहले प्रियंका ने भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर से मेरठ में जाकर मुलाकात की थी। प्रियंका की यूपी में बढ़ती सक्रियता और भीम आर्मी की प्रति झुकाव से बसपा को परेशान कर डाला।

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अब प्रियंका गांधी ने आजमगढ़ पहुंचकर सपा को थोड़ा चिंता में डाल दिया है। दरअसल आजमगढ़ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र हैं। अखिलेश यादव इस घटना की निंदा तो कर चुके हैं लेकिन अब तक वह पीडि़तों से मिलने नहीं पहुंचे हैं। अब चूंकि प्रियंका पीड़ितों के घाव पर मरहम लगाने पहले पहुंच रही हैं तो सपा खेमे में बेचैनी बढऩा स्वाभाविक हैं।

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नियमत: सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सबसे पहले पहुंचना चाहिए था लेकिन वह अब तक पीडि़तों से मिलने नहीं पहुंचे। और तो और आजमगढ़ में अखिलेश यादव का लापता पोस्टर भी लगा हुआ हैं। ऐसे में प्रियंका गांधी का पीडि़तों से मिलना समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा।

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