Sunday - 7 January 2024 - 4:48 AM

RSS ने भाजपा को विधानसभा चुनाव जीतने के लिए क्या सलाह दी?

जुबिली न्यूज डेस्क

अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ-साथ आरएसएस ने कमर कस लिया है। आरएसएस भाजपा को चुनाव जीतने के लिए मंत्र बता रही है।

आरएसएस ने भाजपा को किसानों के प्रति नरम रुख अपनाने और किसी भी समुदाय का विरोध करने से बचने के लिए कहा है।

अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार इस सप्ताह की शुरुआत में नोएडा में आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं और बीजेपी नेताओं के बीच एक बैठक हुई। बैठक में यूपी सरकार के मंत्री समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई सांसद और विधायक भी शामिल हुए।

बैठक में आरएसएस नेताओं ने बीजेनी को सलाह दी कि किसान आंदोलन से सबसे ज्यादा प्रभावित पश्चिमी यूपी में चीजों को शांत करने की जरूरत है।

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आरएसएस का यह भी मानना है कि सत्ताधारी भाजपा यूपी के कुछ हिस्सों में जाटों और सिखों के प्रति शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है जो उसके लिए काफी हानिकारक हो सकती है।

बीजेपी और आरएसएस नेताओं के बीच हुई इस बैठक में शामिल रहे संघ के वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल ने भी बीजेपी नेताओं को आंदोलनकारी किसानों के प्रति नरम रुख अपनाने की सलाह दी है।

आरएसएस के साथ बीजेपी का भी यह आकलन है कि किसानों के विरोध प्रदर्शनों की वजह से पंजाब के सिख समुदाय में और जाटों में पार्टी के खिलाफ बहुत गुस्सा और आक्रोश पैदा हुआ है।

हालांकि इसके बाद भी बीजेपी नेताओं का मानना था कि पश्चिमी यूपी में जाट पार्टी के खिलाफ भारी संख्या में मतदान नहीं करेंगे क्योंकि यहां कृषि कानून ही एक मात्र मुद्दा नहीं है, लेकिन पिछले दिनों लखीमपुर खीरी कांड में चार किसानों की हुई मौत ने स्थिति को बदल दिया।

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पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने यह स्वीकार किया कि पार्टी के नेता भी एक समूह द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों को खालिस्तानी अलगाववादियों से जोडऩे के प्रयासों पर अलग-अलग थे।

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इसी को लेकर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में एक वरिष्ठ बीजेनी नेता ने कहा कि इस तरह के प्रयास से सिख समुदाय के बीच पार्टी की छवि खराब हुई है। इसीलिए बीजेपी पंजाब में चुनावी लाभ को लेकर बड़ी उम्मीदें नहीं पाल रही है।

लेकिन सभी अल्पसंख्यक समुदायों का विरोध करना भाजपा के लिए अच्छा नहीं है। इससे पहले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी सार्वजनिक रूप से प्रदर्शनकारी किसानों को खालिस्तानी अलगाववादियों से जोड़े जाने के प्रयासों की निंदा की थी और चेतावनी देते हुए कहा था कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है।

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