Friday - 5 January 2024 - 3:09 PM

यूपी के ऐसे शिक्षकों की जांच करेगी एसआईटी

जुबिली न्यूज़ डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ‘असत्यापित’ (अनवेरिफाइड) शिक्षकों के मुद्दे पर एसटीएफ से जांच कराने के आदेश दिए हैं, अगर वे 4 जनवरी तक अपनी सर्विस बुक का सत्यापन नहीं करते है तो जांच के दायरे में आ जाएंगे।

यूपी के कम से कम 16838 शिक्षकों ने 17 दिसंबर तक ‘मानव संपदा’ वेबसाइट पर अपनी सर्विस बुक का सत्यापन नहीं किया है, जो शिक्षकों का एक ऑनलाइन डेटाबेस है, जो अभिलेखों के डिजिटाइजेशन के लिए बनाया गया है। अब यह समयसीमा बढ़ाकर 4 जनवरी कर दी गई है।

ये भी पढ़े: इतना आसान नहीं था बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार बनना

ये भी पढ़े: पटना में कृषि कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे किसानों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

ये भी पढ़े: जल्द ही सरकार बतायेगी कि एक दिन में कितने घंटे करना पड़ेगा काम

ये भी पढ़े: IND VS AUS : तो इस वजह से खास है भारत की बॉक्सिंग डे टेस्ट की जीत

आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार सरकार एसटीएफ से उन शिक्षकों के मामलों की जांच करने के लिए कहेगी, जिन्होंने अपनी सर्विस बुक का सत्यापन नहीं किया है।

बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्त 6.1 लाख से अधिक शिक्षकों को अपनी सेवा पुस्तिका का सत्यापन करने के लिए कहा गया था। लगभग 5.9 लाख शिक्षकों द्वारा इस प्रक्रिया का पालन किया गया, जो विभाग द्वारा मांगे गए कुल सत्यापन का 97.2 प्रतिशत है।

शिक्षा विभाग ने इस साल जून में एक ‘फर्जी’ शिक्षक घोटाला सामने आने के बाद डिजिटलीकरण की प्रक्रिया तेज कर दी है, फर्जीवाड़े में अनामिका शुक्ला नाम की एक पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षक 25 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में लगातार 13 महीने काम करती पाई गई थी और वेतन के रूप में लगभग 1 करोड़ रुपये घर ले गई थी।

राज्य में फर्जी शिक्षकों की पहचान करने के लिए एक एसटीएफ जांच शुरू की गई थी और अन्य शिक्षकों के नाम पर फर्जी रूप से काम कर रहे 350 से अधिक प्राथमिक शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया था।

ये भी पढ़े: भारत के संविधान के अनुरूप नहीं है एमपी का धर्म स्वातंत्र्य विधेयक

ये भी पढ़े: जेडीयू और भाजपा में अनबन के बीच सक्रिय हुई आरजेडी

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com