Sunday - 7 January 2024 - 1:36 AM

बीजेपी, चुनावी चंदा और बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का ठेका

न्यूज डेस्क

चुनावी चंदे को लेकर घिरी बीजेपी एक नए विवाद में घिरती नजर आ रही है। बीजेपी द्वारा आतंकी फंडिंग करने वाली कंपनी से दस करोड़ का चंदा लेने का विवाद थमा नहीं कि अब आरोप है कि प्राइवेट कंपनियों से चंदा लेने के एवज में बीजेपी ने उन्हें सरकारी ठेके दिलवाए हैं।

जो नया विवाद सामने आया है उसके मुताबिक गुजरात की कंस्ट्रक्शन कंपनी क्यूब कन्स्ट्रक्शन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने भाजपा को साल 2012-13 और वर्ष 2017-18 के बीच तीन किश्तों में कुल 55 लाख रुपये डोनेशन दिए हैं। बाद में गुजरात की बीजेपी सरकार ने इसी कंपनी को वडोदरा रेलवे स्टेशन के पास पश्चिम रेलवे के कम्प्यूटरीकृत आरक्षण प्रणाली परिसर के लिए पट्टे पर जमीन दी। यह कंपनी पहले वडोदरा में ही स्थित थी। बाद में इसका विस्तार कई शहरों में हुआ।

वेब पोर्टल ‘द क्विंट’  ने कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के हवाले से लिखा है कि गुजरात की बीजेपी सरकार ने इस कंपनी को कई कंस्ट्रक्शन ठेके दिए हैं, जिनमें गुजरात औद्योगिक विकास निगम, गुजरात फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी, सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुजरात शहरी विकास निगम और गुजरात शिक्षा विभाग से जुड़े निर्माण कार्य शामिल हैं।

इस कंपनी को सिर्फ गुजरात सरकार में ही नहीं केन्द्र सरकार से भी ठेका मिला है। केन्द्र सरकार के तहत आने वाली कंपनी महारत्न कंपनी ओएनजीसी, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और इसरो से भी ठेके प्राप्त किए हैं। और तो और कंपनी के कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन भाजपा के बड़े नेताओं ने किया है।

कंपनी की पहुंच का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  और गृहमंत्री अमित शाह इनके प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर चुके हैं।

मोदी ने जिस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है, उसकी तस्वीरों में मोदी के साथ गुजरात के सीएम विजय रुपाणी, पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल भी दिखाई दे रही हैं। क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी की वेबसाइट के अनुसार इसके सीएमडी संजय शाह हैं। इस कंपनी ने 1996 में अपना कारोबार शुरू किया था।

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इसके अलावा दो अन्य ऐसी कंपनियों के बारे में भी पता चला है जिन्होंने भाजपा को चंदा दिया और उसके बदले में उन्हें सरकारी ठेका मिला है। इनमें से एक गुजरात की कंपनी KR Savani है, जिसे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के तहत वडोदरा रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग सर्विस बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन का काम मिला है। साल 2012-13 के दौरान इस कंपनी ने भाजपा को 2 लाख रुपये का चंदा दिया था।

एक अन्य ठेकेदार धनजी के पटेल हैं। इन्होंने भाजपा को 2017-18 में 2.5 लाख रुपये का चंदा दिया है। इस कंपनी को भी मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के तहत वतवा से साबरमती-डी केबिन के बीच विविध निर्माण कार्य का ठेका मिला है।

एक अन्य कंपनी रचना इंटरप्राइजेज को भी वडोदरा के नजदीक लाइन नंबर 14,15 और 16 में ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन का ठेका दिया गया है। इसी नाम से मिलती एक कंपनी ने बीजेपी को कई बार चंदे दिए हैं लेकिन यह साफ नहीं हो सका है कि ठेका हासिल करने वाली और चंदा देने वाली कंपनी एक ही है। बीजेपी को चंदा देने वाली कंपनियों का विवरण खुद पार्टी ने चुनाव आयोग को सौंपा है।

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