Thursday - 11 January 2024 - 10:18 PM

गुल पनाग ने पीएम मोदी का किया घेराव, कहा- हमारे पीएम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस…

जुबिली न्यूज डेस्क

बॉलीवुड अभिनेत्री और एक्टिविस्ट गुल पनाग ने कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का घेराव करते हुए कहा कि पीएम खुद को प्रधानसेवक कहते हैं और प्रधानमंत्री इतने सालों में एक प्रेस कांफ्रेंस तक नहीं करते हैं। जब वो ऐसा करते हैं तो और नेताओं और मंत्रियों से क्या उम्मीद की जा सकती है।

अभिनेत्री गुल पनाग पिछले दिनों किसानों का समर्थन करते हुए किसान संसद में हिस्सा लेने पहुंची थी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार खुद को जनता की सेवक कहती है और वहीं दूसरी ओर कई महीनों ने आंदोलन कर रहे किसानों से कोई बात तक नहीं कर रही है। अगर वह वाकई में सेवक हैं तो यहां आएं और जनता से बात करें।

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किसानों के साथ संवाद को लेकर एक सवाल के जवाब में अभिनेत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद को जनता का सेवक बताते हैं लेकिन जनता और मीडिया के सवालों के जवाब नहीं देना चाहते हैं। इससे साफ हो जाता है कि वह किस तरह के प्रधानसेवक हैं।

गुल पनाग ने कहा कि जिन कानून को विधायी प्रक्रिया से अलग जाकर पास कराया जाता है और जब उस पर विरोध होता है तो सरकार को ऐसे कानूनों पर दोबारा चर्चा करनी चाहिए और उसे नए तरीके से लाना चाहिए।

अभिनेत्री ने कहा कि किसान और खेत, राज्य का विषय है। ऐसे में केंद्र सरकार संघीय ढांचे को भी चोट पहुंचाते हुए स्टेट सबजेक्ट पर कानून बना रही है।

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उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने किसानों के साथ चर्चा की होती तो शायद उन्हें किसानों की परेशानी और चिंता का अंदाजा होता लेकिन उन्होंने तो कॉरपोरेट हाउसेज के साथ चर्चा की है, इसलिए उनकी चिंताओं का निवारण हो गया है, लेकिन किसानों की चिंताएं वैसी ही बनी हुई हैं।

गुल पनाग ने कहा कि इस देश में तानाशाही नहीं चलेगी। सरकार को कानून वापस लेने होंगे, उन्हें कानून पास कराने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन कराना होगा।

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उन्होंने यह भी कहा कि क्या सरकार किसान आंदोलन के जरिए यह संदेश देना चाहती है कि आने वाले समय में कानूनों को इसी तरह से लागू कराया जाएगा।

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 26 नंवबर से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले चार माह में किसान और सरकार के बीच कोई संवाद नहीं हुआ है। सरकार का रवैया देखते हुए किसानों ने भी अपना आंदोलन और तेज कर दिया है।

किसान इन दिनों वह मानसून सत्र के साथ-साथ किसान संसद भी चला रहे हैं, जिसको कई सेलिब्रिटीज ने भी अपना समर्थन दिया है।

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