प्रीति सिंह गृहिणियों की आय की गणना उनके काम, श्रम और बलिदान के आधार पर होनी चाहिए। घर में किसी महिला के काम करने की अहमियत दफ्तर जाने वाले उसके पति की तुलना में किसी भी मायने में कम नहीं है। यह टिप्पणी देश के शीर्ष अदालत की है। अदालत …
Read More »ओपिनियन
जाते-जाते अमेरिकी लोकतंत्र पर ट्रंप ने पोत दी कालिख
कुमार भवेश चंद्र अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को तो जाना ही था। इसी महीने की 20 जनवरी को उनके हाथ से सत्ता का हस्तांतरण तय है। डेमोक्रेट जो बाइडेन को देश ने अपना नया राष्ट्रपति चुना है। वे अमेरिका में नया अध्याय लिखने के लिए तैयार भी हैं। लेकिन इससे पहले …
Read More »भारतीय राजनीति में इस साल बिखरेंगे पांच चुनावी रंग
प्रीति सिंह पिछले साल बिहार में हुए चुनाव के बाद एक बात तो समझ में आ गया कि इस देश में चुनाव से बढ़कर कुछ नहीं है। चाहे महामारी हो या आपदा इस देश में चुनाव को कोई प्रभावित नहीं कर सकता। कोरोना महामारी के बीच जिस तरह बिहार चुनाव …
Read More »देशभक्ति के संदर्भ में गांधी दर्शन को प्रासंगिक मानते हैं भागवत
कृष्णमोहन झा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत हमेशा ही अपनी इस बात पर अडिग रहे हैं कि भारत की पवित्र भूमि पर जन्म लेने वाला हर व्यक्ति हिंदू है और हिंदुत्व एक जीवन पद्धति है जो एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। संघ प्रमुख ने समय समय पर …
Read More »40 दिनों में 60 मौतें और प्रधानमंत्री की खामोशी, ये दाग अच्छे नहीं हैं
डॉ. उत्कर्ष सिन्हा बीते साल की 26 नवंबर को जब दिल्ली के इर्द गिर्द किसानों ने डेरा जमाना शुरू किया था , तब से अब तक 40 दिन बीत चुके हैं। दिल्ली के किनारों पर सिंघू, गाजीपुर और टिकरी बार्डर पर जुटे किसानों की तादाद हर रोज बढ़ रही है। …
Read More »खुशहाली का फार्मूला :भारत अब अफगानिस्तान से मुकाबिल है!
के पी सिंह सूचकांक से किसी देश और समाज की प्रगति को नापने में बड़ा झमेला है। आर्थिक विकास दर और मानव विकास सूचकांक भी जब अधूरे पाये गये तो खुशहाली सूचकांक तय किया गया । मानव विकास सूचकांक में तो भारत फिसडडी था ही ( 2020 की इस रैकिंग …
Read More »भारत, कोरोना वैक्सीन और नया स्ट्रेन
डॉ. प्रशांत राय कोरोना वायरस की कुछ वैक्सीन आ जाने के बाद से पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली है, लेकिन कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन ने चिंता भी बढ़ा दी है। यूरोप के कई देशों समेत अमेरिका में कोरोना का टीकाकरण शुरु हो चुका है। यह निश्चित ही …
Read More »2021 को बनाएं जीवन का सर्वोत्तम वर्ष
कृष्णमोहन झा दिसंबर में नए साल का बेसब्री से इंतजार करने वाले लोगों की संख्या दुनिया में कम नहीं है इसलिए उस बारे में कोई अनुमान लगाना उचित नहीं होगा। मैं भी यह दावा करने की स्थिति मैं नहीं हूं कि दिसंबर में नए साल के आगमन की मैंने कभी …
Read More »क्या हिंदुओं को आतंकवादी बनाना चाहते हैं दिलीप घोष?
जुबिली न्यूज डेस्क अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अबकी बार ऐसा कुछ कहा है जिससे राज्य में माहौल और हिंसक हो सकता है। उनका यह बयान भड़काने वाला है। बंगाल में एक जनसभा में भाजपा अध्यक्ष घोष …
Read More »एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों
के पी सिंह ट्रांसपेरेन्सी इण्टरनेशनल के सर्वे के अनुसार भारत में 89 प्रतिशत लोग भृष्टाचार को सबसे बडी समस्या मानते है। 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल को लोगेां ने सिर्फ तत्कालीन सरकार के प्रति बोफोर्स घोटाले की वजह से नाराज होकर वोट नहीं दिया था बल्कि …
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