Saturday - 10 May 2025 - 10:44 PM

ओपिनियन

सफलता हेतु कथनी और करनी में समानता आवश्‍यक

डा. रवीन्‍द्र अरजरिया समाज में सुव्‍यवस्‍था कायम रखने के लिए अनुशासनात्‍मक तंत्र की महती आवश्‍यकता होती है। ऐसी व्‍यवस्‍था के लिए सभ्‍यता के बाद से प्रयास किए जा रहे। कभी कबीलों के कायदे, तो कभी रियासतों के कानून। कभी राज्‍यों के संविधान तो कभी गणराज्‍य के स्‍वरूप की परिकल्‍पना का …

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एक ही फील्ड पर खेल रहे हैं भारत-पाकिस्तान

सुरेंद्र दुबे  भारत और पाकिस्‍तान दो ऐसे मुल्‍क हैं जो हमेशा एक-दूसरे की बुराई करते रहते हैं। एक-दूसरे को धकियाते व लतियाते हैं। पर दोनों अंदर से मिले-मिले हैं। दोनों का एजेण्‍डा एक ही है। अपने घर में झांकने के बजाए पड़ोसी के घर में झांकना और फिर इतनी झांव-झांव …

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आरक्षण पर संघ की लाइन से भारतीय समाज के सुनहरे समायोजन की उम्मीदें जागी

के.पी सिंह आरक्षण पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के 19 अगस्त को नई दिल्ली में ज्ञान महोत्सव के समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए दिये गये भाषण में व्यक्त विचारों पर माहौल गरमा गया था। सामाजिक न्याय के समर्थकों ने जहां इसे आरएसएस में समता की व्यवस्था को लेकर संचित …

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गाय अम्मा के कंधों पर अर्थव्यवस्था का बोझ

सुरेन्द्र दुबे पिछले दिनों हमने एक अथश्री भैंस कथा लिखी थी। इसका काफी विरोध भी हुआ था। गायें भी इसकों लेकर इनफीरियारटी कांप्लेक्स से पीड़ित हो गई थीं। उनका कहना था कि हमारे नाम पर केन्द्र से लेकर राज्यों में सरकार बन गई और आज भी हम वोट दिलाने का …

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ऊपर वाले को ही कर्ता मानने वाली सरकार अब खुद कुछ करने को तैयार

के पी सिंह करने वाला तो ईश्वर है, जो वह करेगा वही होगा। रोजमर्रा में इस सूक्ति वाक्य को दोहराने वाली सरकार अब खुद कुछ करने की सोच रही है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। लखनऊ के भारतीय प्रबंधन संस्थान में रविवार और सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने …

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ऐसे तो लोग हँसते रहेंगे, मरते रहेंगे

राजीव ओझा चाहे घुसपैठियों का मामला हो या आम जनता से से जुड़ा कोई गंभीर मुद्दा, समस्या का समाधान हो इसके पहले ही राजनीति शुरू हो जाती है। भारत में पूरब और पश्चिम से घुसपैठ गंभीर राजनीतिक समस्या है। लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी और कश्मीर में तथाकथित सेक्युलर नेता …

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कल्याण सिंह आखिर किसके लिए भाजपा में लौटे?

सुरेन्द्र दुबे आखिर कल्याण सिंह फिर भाजपा में आ गए। वैसे वो गए ही कब थे। राजस्थान के राज्यपाल इसलिए बनाए गए थे क्योंकि परित्यक्त भाजपाई थे। राज्यपाल का पद अब निठल्ले बैठे नेताओं को एडजस्ट करने या फिर कुछ नेताओं को पार्टी की मुख्य धारा से हटाकर राज्यपाल जैसे …

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मंत्रियों और अधिकारियों को देखना चाहिए आईना

के पी सिंह भारतीय जनता पार्टी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के आवास पर तड़के से ही प्रदेश के विभिन्न कोनों से आये पार्टी के पीड़ित कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ने लगती है। वे कार्यालय पहुंचते है तो वहां भी भीड़ का तांता नहीं टूटता। इसके बाद आवास पर …

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मिसाइलमैन और राकेटमैन में है अद्भुत समानता

राजीव ओझा चंद्रयान 2 मिशन सौ फीसदी सफल नहीं रहा। जब ऑर्बिटर से अलग होकर लैंडर विक्रम अंतिम क्षणों में भटक गया तो प्रधानमंत्री ने कहा था विज्ञान  में असफलता जैसी कोई चीज नहीं होती। जब तक सौ फीसदी सफलता न मिले तब तक प्रयास करते रहना चाहिए। यही विज्ञान …

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डंके की चोट पर : “चालान”

शबाहत हुसैन विजेता मुल्क की माहिर पुलिस चौकस है। रात-दिन चालान करने में लगी है। पहले ड्राइविंग लाइसेंस सबसे ज़रूरी दस्तावेज होता था लेकिन अब रोके गए शख्स के पास जो कागज़ नहीं है, वही सबसे ज़रूरी दस्तावेज माना जायेगा। आरसी नहीं है तो चालान, इंश्योरेंस नहीं है तो चालान, …

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