जुबिली न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले कांग्रेस के एक और विधायक ने उपचुनाव से ठीक पहले विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने रविवार को प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा से मुलाकात कर उन्हें अपना त्यागपत्र सौंप दिया।
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बताया कि 2 दिन पहले राहुल सिंह ने उनसे मुलाकात की थी और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला सुनाया था। हालांकि उस समय प्रोटेम स्पीकर ने उन्हें विचार करने के लिए दो और दिनों का समय दिया था इसकी समय सीमा खत्म हो गई थी।
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कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने रविवार सुबह प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसे प्रोटेम स्पीकर ने स्वीकार कर लिया है। इस तरह मध्य प्रदेश विधानसभा में एक और सीट रिक्त हो गई है जिस पर बाद में उपचुनाव होगा।
राहुल सिंह पहली बार जीतकर विधायक बने थे लेकिन महज डेढ़ साल के बाद ही रविवार को उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद राहुल बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं। इस बात की पुष्टि करते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक ट्वीट किया है।
असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयदशमी पर आज दमोह से कांग्रेस के युवा विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सत्य और विजय का रास्ता चुना है। भारतीय जनता पार्टी परिवार में सम्मिलित होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/Fg6f1NDMYi
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 25, 2020
सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयादशमी पर आज दमोह से कांग्रेस के युवा विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सत्य और विजय का रास्ता चुना है। भारतीय जनता पार्टी परिवार में सम्मिलित होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।’
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बता दें, इससे पहले ही 25 विधायक कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जा चुके हैं। जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में उपचुनाव होने जा रहे हैं। 3 नवंबर को मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा।
मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिका। लगता है भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए ग़द्दार कॉंग्रेसी मामा भर देगा। मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है जिन्होंने भाजपा को यहाँ तक पहुँचाया। जयंत मलैया जी कहॉं हैं? #लोकतंत्र_बचाओ_भाजपा_हराओ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 25, 2020
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस विधायक के इस्तीफे के बाद राजनीतिक बयानबाली भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिका। लगता है भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए ग़द्दार कॉंग्रेसी मामा भर देगा। मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है जिन्होंने भाजपा को यहाँ तक पहुँचाया। जयंत मलैया जी कहॉं हैं?
कांग्रेस नेताओं को ये कहते हुए शर्म नहीं आती, क्या पूरी कांग्रेस ही बिकाऊ है। इतने वर्षों तक जो आपके साथ रहे, आपके साथ काम किया, आपने टिकट दिया और आज आप सबको बिकाऊ कह रहे हैं। सच बात ये है कि जब आपकी सरकार थी तो आपने पूरे प्रदेश को बेच दिया था: दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर म.प्र. CM pic.twitter.com/zy9PeQlAFq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 25, 2020
जिसके जवाब में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को ये कहते हुए शर्म नहीं आती, क्या पूरी कांग्रेस ही बिकाऊ है। इतने वर्षों तक जो आपके साथ रहे, आपके साथ काम किया, आपने टिकट दिया और आज आप सबको बिकाऊ कह रहे हैं। सच बात ये है कि जब आपकी सरकार थी तो आपने पूरे प्रदेश को बेच दिया था।