जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लव जिहाद को लेकर सियासत तेज है। जहां एक ओर योगी सरकार लव जिहाद पर कानून बनाने की तैयारी में है तो दूसरी ओर सपा इसको लेकर योगी सरकार पर लगातार हमलावर नजर आ रही है।
योगी ने तीन हफ्ते पहले लव जिहाद को लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि लव जिहाद चलाने वाले नहीं सुधरे तो राम नाम सत्य है की यात्रा शुरू होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अवैध धर्मांतरण कानून ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020Ó के मसौदे को मंजूरी दे दी गई।
इसको लेकर यूपी की सियासत में भी घमासान मच गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस पूरे मामले पर योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि योगी जिहादी उन्माद फैलाकर फिर जनता को भटकाने की कोशिश में लग गये हैं. इसके अलावा उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि रोज नए-नए कड़े कानून अपनी अकर्मण्यता छुपाने के लिए ही लाए जा रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि वैसे भी भाजपा नेतृत्व को विकास के बारे में सोचने, जनहित की योजनाएं लाने और गरीब को राहत पहुंचाने के लिए समय ही नहीं है। इस भाजपा सरकार को अपने वादे भी याद नहीं है। किसानों को फसल की लागत का ड्योढ़ा मूल्य देने, आय दुगनी करने, नौजवान को हर वर्ष नौकरियों का थोक तोहफा देने, व्यापारियों की मदद करने, और हरेक के खाते में 15 लाख रूपए भेजने जैसी फरेबी बातें हवा में ही रह गई है।
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अखिलेश ने कहा कि कि प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के पौने चार साल बीत रहे हैं, मगर जनता की तकलीफें घटने के बजाय बढ़ती गई हैं. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खराब दौर से गुजर रही है, मंहगाई और भ्रष्टाचार चरम पर है।
काला बाजारियों और जमाखोरों पर कोई अंकुश नहीं है और कानून व्यवस्था चौपट है। बर्बादी के इन बुरे दिनों में भी भाजपा सरकार को बस दो ही बातें सूझ रही है, ‘राम नाम सत्य’ करो या ‘जिहाद’ बोल दो। इसके अलावा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता भी समझ गई है कि जुमलेबाजी और तुक्केबाजी वाली सरकार से उसका कोई भला होने वाला नहीं है, इसीलिए उसने भी वर्ष 2022 के आगामी विधानसभा चुनावों में इस नाकामयाब और नाकाबिल सरकार का ‘राम नाम सत्य’ करने का इरादा कर लिया है।