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कौन हैं खुद को ईश्वर का अवतार बताने वाले नित्यानंद

न्यूज डेस्क

दक्षिण भारत के विवादित धर्मगुरु और खुद को भगवान का अवतार बताने वाले स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है। नित्यानंद का विवादों से पुराना नाता है। इस बार उनका आश्रम ‘सर्वाज्ञपीठम’ भी विवादों में हैं।

दरअसल स्वामी नित्यानंद पर दो लड़कियों के कथित अपहरण और उन्हें बंदी बनाने का मामला दर्ज हुआ है। यह मामला अहमदाबाद ग्राणीण थाने में दर्ज हुआ है।

नित्यानंद पर आरोप है कि अहमदाबाद में अपना आश्रम चलाने के लिए बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने का काम करता है।

पुलिस ने इस मामले में नित्यानंद के आश्रम की दो संचालिकाओं ‘प्राणप्रिया’ और ‘तत्वप्रिया’ को हिरासत में भी ले लिया है। लेकिन इस बाबा के बारे में पुलिस का कहना है कि वह देश छोड़कर फरार हो गया है।

इस मामले में अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक आरवी असारी ने बताया कि नित्यानंद विदेश भाग गया है। अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसको हिरासत में लेगी। नित्यानंद कर्नाटक में अपने खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया था और उसे यहां ढूंढना समय की बर्बादी होगी। उसके भारत आने के बाद हम निश्चित तौर पर उसको गिरफ्तार करेंगे।

पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद स्थित नित्यानंद के आश्रम की शाखा को शुरू हुए ज़्यादा वक्त नहीं हुआ है। फिलहाल जांच का दायरा अहमदाबाद तक ही है लेकिन गुजरात पुलिस उनके मुख्य आश्रम जो बेंगलुरु से कुछ दूरी पर है, वहां भी जा सकती है।

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क्या है मामला

गुजरात हाईकोर्ट में लापता लड़कियों के अभिभावकों की ओर से केस दर्ज कराया गया है। लापता लड़कियों के माता-पिता का कहना है कि वर्ष 2012 में तमिलनाडु में नित्यानंद के आश्रम द्वारा एक शैक्षणिक कार्यक्रम का संचालन किया गया था, जिसमें उन्होंने अपनी चार बेटियों को भी भेजा था। जिनकी उम्र सात से पंद्रह साल के बीच थी।

दंपती का आरोप है कि बाद में आश्रम ने ख़ुद से ही इन लड़कियों को आश्रम की अहमदाबाद स्थित शाखा भेज दिया था। यह आश्रम अहमदाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल (ईस्ट) के कैंपस में स्थित है।

पुलिस के साथ जब अपनी बेटियों को खोजने के लिए यह जोड़ा आश्रम की इस शाखा में पहुंचा तो उन्हें ये बताया गया कि वहां उनकी सिर्फ दो ही बेटियां आई थीं। दो अन्य बेटियों ने यहां जाने से इनकार कर दिया था। यह सुनकर दंपती के होश उड़ गए।

दंपती ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटियों का अपहरण हुआ है और उन्हें गैरकानूनी तरीके से बंदी बनाकर रखा गया है।

पहले भी विवादों में रहे हैं नित्यानंद

नित्यानंद का विवादों से पुराना नाता है। वर्ष 2010 मे नित्यानंद के खिलाफ धोखाधड़ी और अश्लीलता का मामला दर्ज किया गया था। इतना ही नहीं उनकी एक कथित सेक्स सीडी भी सामने आई थी। इस कथित सेक्स सीडी में उन्हें एक दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था।

जब इस सीडी की फॉरेंसिक लैब में जांच हुई तो पाया गया कि सीडी प्रामाणिक है, लेकिन नित्यानंद के आश्रम ने भारत में हुई जांच को गलत बताते हुए अमरीकी लैब में हुई जांच का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ हुई है।

इस मामले में नित्यानंद की गिरफ्तारी हुई लेकिन कुछ दिन बाद ही वो जमानत पर बाहर आ गए। इसके अलावा बेंगलुरु स्थित उनके आश्रम में भी एक बार पुलिस की रेड पड़ चुकी है। इस रेड में कई पैकेट कॉन्डम और गांजा बरामद हुआ था।

साल 2012 में नित्यानंद पर बलात्कार के आरोप भी लगे जिसके बाद उन्हें जेल की सजा सुनाई गई। उस विवाद के बाद भी वो फरार हो गए थे लेकिन पांच दिन बाद उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

जिस समय नित्यानंद फरार थे पुलिस ने उनके आश्रम की भी जांच की थी। जहां पुलिस को यह भी शिकायत मिली थी कि उन्होंने अपने अनुयायी के साथ बलात्कार किया है।

बलात्कार और दुष्कर्म के इन मामलों और आरोपों के अलावा भी नित्यानंद कई बार अपने बयानों को लेकर भी विवादों में रहे।
एक बार उन्होंने दावा किया था कि वो बंदरों और दूसरे कुछ जानवरों को संस्कृत और तमिल बोलना सिखा सकते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्होंने इसकी प्रमाणिक जांच भी कर रखी है।

नित्यानंद अल्बर्ट आइंस्टाइन को भी चुनौती दे चुके हैं। उनका कहना था कि आइंस्टाइन का सिद्धांत गलत है, जिसके बाद वो काफी ट्रोल भी हुए थे। इसके अलावा एक वायरल वीडियो में नित्यानंद यह दावा करते हुए भी दिख रहे हैं कि उन्होंने बेंगलुरु में सूरज को 40 मिनट तक उगने से रोक दिया था। नित्यानंद ने एक प्रवचन में भूतों से दोस्ती का भी दावा किया था।

नित्यानंद के इस तरह के दावों और प्रवचनों की लिस्ट बहुत लंबी है। एक दावा तो दीवार के आर-पार देखने का भी है।

नित्यानंद के अनुयायियों की संख्या हजारों में है जो सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। उन्हें मानने वाले विदेश में भी हैं और उनकी वेबसाइट पर यह दावा भी किया गया है कि उन्होंने 27 भाषाओं में 500 से अधिक किताबें लिखी हैं।

तमिलनाडु में जन्मे नित्यानंद ख़ुद के भगवान होने का दावा करते हैं। नित्यानंद की बेवसाइट पर उनके बारे में बहुत कुछ लिखा हुआ है। वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यू-ट्यूब पर उनके 18 मिलियन से अधिक व्यूज हैं। दावा किया गया है कि नित्यानंद यू-ट्यूब पर सबसे अधिक देखे जाने वाले आध्यात्मिक गुरू हैं।

वेबसाइट के अनुसार स्वामी नित्यानंद का जन्म एक जनवरी 1978 को हुआ। उनके पिता का नाम अरुणाचलम और मां का नाम लोकनायकी बताया गया है। नित्यानंद का बचपन का नाम राजशेखरन था। उन्हें अपने दादा जी से पूजा-पाठ और धार्मिक रुचि मिली। नित्यानंद के पहले गुरु उनके दादाजी रहे।

वर्ष 1992 में नित्यानंद ने अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त की। उसके बाद वर्ष 1995 में मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। वहीं 12 साल की उम्र में उन्होंने रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेनी शुरू की। एक जनवरी 2003 में उनके पहले आश्रम नित्यानंद ध्यानपीठम की स्थापना बेंगलुरु के पास बिदादी में हुई। इसी आश्रम की एक शाखा अहमदाबाद में हैं, जहां से लड़कियों के गायब होने के मामले में केस दर्ज किया गया है।

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