Tuesday - 30 July 2024 - 9:36 AM

किम जोंग उन के बाद उत्तर कोरिया का मुखिया कौन ?

न्यूज डेस्क

इस कोरोना महामारी के बीच पिछले कुछ दिनों से दुनिया भर की मीडिया की नजरें उत्तर कोरिया पर टिकी हुई हैं। उनकी सेहत को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।

हालांकि उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया अपने देश में सब कुछ ठीक होने का संदेश प्रसारित कर रही है, पर किम जोंग उन के गंभीर रूप से बीमार होने के साथ-साथ उनकी मौत को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है।

15 अप्रैल के बाद से किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर अटकलों का ये दौर शुरू हुआ, क्योंकि किम इस दिन अपने दादाजी और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग के जन्मदिवस समारोह में शामिल नहीं हुए।

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दो दिन पहले अमेरिकी चैनल सीएनएन से बातचीत में दक्षिण कोरिया ने भी कहा था कि उत्तर कोरियाई लीडर किम जोंग उन जिंदा है और पूरी तरह स्वस्थ हैं। अमरेकिा ने भी कहा है कि उत्तर कोरिया में ऐसी कोई असमान्य गतिविधि नहीं देखी गई है जिससे ये अंदाजा लगाया जा सके कि किम जोंग उन गंभीर रूप से बीमार हैं या उनकी मौत हो चुकी है।

लेकिन अब इन अटकलों पर विराम तभी लगेगा जब किम जोंग उन या उनके परिवार का कोई सदस्य इन खबरों का खंडन करता है।
पर सवाल उठता है कि अगर ये अफवाह सही हों तो सबसे बड़ा सवाल यही है कि किम जोंग उन की जगह उत्तर कोरिया की सरकार का मुखिया कौन बनेगा? किम जोंग उन की जगह कौन ले सकता है ?

कैसे होगा उत्तराधिकारी का चुनाव ?

उत्तर कोरिया की स्थापना 1948 में हुई। इसके बाद से ही यहां किम परिवार के सदस्यों का शासन रहा है।

दरअसल उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग ने इस तरह का मिथ बनाया कि कोरियाई सभ्यता को पालने वाले पवित्र ज्वालामुखी माउंट पैक्टु के महान परिवारों में किम परिवार शामिल हैं। इस मिथ से उन्होंने अपने परिवार को उस मुकाम तक पहुंचा दिया जहां से यह धारणा बन गई कि परिवार के लोगों का जन्म शासन करने के लिए हुआ है।

देश में नए नेता की आधिकारिक घोषणा उत्तर कोरियाई संसद सुप्रीम पीपल्स एसेंबली ही करती है।

उत्तर कोरिया में वर्कर्स पार्टी और उनके समर्थकों के प्रभुत्व वाली उत्तर कोरियाई संसद रबर स्टांप की तरह ही काम करती हैं। आधिकारिक घोषणा होने से महीनों या कहें सालों पहले नेता का चुनाव हो जाता है।

1994 में उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग की मृत्यु के बाद किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल नेता बने। उन्होंने अपने शासन के दौरान उत्तर कोरियाई राजनीति में किम परिवार की अहम भूमिका को सुनिश्चित कर दिया था।

किम इल सुंग ने अपने बेटे किम जोंग इल को अपना उत्तराधिकारी चुना था। किम जोंग इल ने अपने बेटे किम जोंग उन को सत्ता सौंपी।

हालांकि किम जोंग उन का अपना परिवार है, लेकिन अब तक उनके किसी बच्चे को सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। ना ही किसी को सत्ता संभालने के लिए तैयार किया गया है। सच्चाई यह है कि उत्तर कोरियाई जनता किम जोंग उन के बच्चों का नाम तक नहीं जानती।

उत्तर कोरिया में किम जोंग उन की जगह लेने के लिए किसी को संभावित नेता के तौर पर तैयार नहीं किया गया है। ऐसे में किम की असमय विदाई से एक वैक्यूम पैदा होगा जिसे भरना बेहद मुश्किल होगा। ऐसे हालात में अहम सवाल कि किम जोंग उन की जगह  उत्तर कोरिया का मुखिया कौन बनेगा?

किम यो जोंग

उत्तर कोरिया की सत्ता के वैसे तो कई दावेदार हैं लेकिन किम जोंगे उन की छोटी बहन किम यो जोंग को देश के नए नेता की पहली पसंद के तौर पर देखा जाता रहा है।

31 वर्षीय किम यो जोंग की पढ़ाई लिखाई अपने भाई की तरह पश्चिमी देश स्विटजरलैंड में हुई है। वे पोलित ब्यूरो की सदस्य हैं और देश के सबसे महत्वपूर्ण प्रचार एवं आंदोलन विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर भी हैं।

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किम जोंगे उन की छोटी बहन किम यो जोंग.

किम यो जोंग को अपने भाई की ‘सीक्रेट डायरी’ के तौर पर भी मशहूरी मिली हुई है। ऐसा माना जाता है कि किम जोंग उन के रोजाना के कामकाज में उनकी बहन की अहम भूमिका होती है। यह भी कहा जाता है कि वह अपने भाई को नीतिगत मुद्दों पर भी सलाह देती हैं। किम यो जोंग उस कथित ‘माउंट पैक्टु ब्लडलाइन’ की सदस्य भी हैं जिसे किम इन सुंग के सीधे वंशज के तौर पर देखा जाता है और जिनकी उत्तर कोरिया की राजनीति में अहम भूमिका है।

लेकिन किम यो जोंग के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह हर बात में जल्दबाजी दिखाती हैं जिसके चलते उनसे गलतियां होने की आशंका ज्यादा होती है। यह बात तब उठी थी जब पिछले दिनों अमेरिका के राष्टï्रपति डोनॉल्ड ट्रंप और किम जोंग उन की मुलाकात के वक्त वह छिपकर झांक रही थी। उनकी इस तस्वीर के चलते किम जोंग उन की किरकिरी भी हुई थी। वैसे किम यो जोंग कोई पहली बार इस तरह का व्यवहार नहीं कर रही थीं।

फिलहाल इन सबके बीच में उत्तर कोरिया के लिए सबसे अहम सवाल कि क्या वह महिला नेतृत्व के लिए तैयार है? यह सवाल इसलिए क्योंकि उत्तर कोरिया की राजनीतिक और सामाजिक सेटअप में महिलाओं की अहम भूमिका है लेकिन ताकतवर जगहों पर उनकी मौजूदगी बेहद कम है। ऐसे में क्या किम परिवार की सदस्य होने के चलते वह पितृसत्तात्मक समाज की चुनौती से पार पा जाएंगी?

किम जोंग चोल

एक वक्त था जब किम जोंग उन के पिता उनके बड़े भाई किम जोंग चोल को उत्तर कोरिया के भविष्य के नेता के तौर पर प्रमोट किया था, लेकिन उन्होंने सेना और राजनीति को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखाया तो उनकी जगह किम जोंग उन को दे दी गई। अब ऐसे में एक बार फिर वही सवाल कि किम जोंग उन के न रहने पर उत्तर कोरिया की सत्ता किम जोंग चोल को मिलेगी?

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किम जोंग उन के बड़े भाई किम जोंग चोल.

वैसे अब भी किम जोंग चोल सावर्जनकि तौर पर दिखाई नहीं देते हैं। उन्हें 2015 में लंदन में देखा गया था जब वे अपने आदर्श गिटारिस्ट इरिक कैलपटन के रॉयल अलबर्ट हॉल में आयोजित कंसर्ट में नजर आए थे। जानकारों के मुताबिक न उन्हें देश के नेता के तौर पर कमान मिलेगी, इसकी संभावना बेहद कम है।

चोय रेयोंग हे

वाइस मार्शल चोय रेयोंग हे को किम जोंग उन का दाहिना हाथ माना जाता है। इतना ही नहीं वह उत्तर कोरियाई संसद, सुप्रीम पीपल्स एसेंबली के प्रेसीडेंट भी हैं। किम जोंग उन का उन पर अत्यधिक भरोसा होने की वजह से उन पर जिम्मेदारिया भी बहुत है और उन्हें उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली शख्स के तौर पर भी देखा जाता है।

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वाइस मार्शल चोय रेयोंग हे.

किम जोंग उन को शीर्ष जगह को सुरक्षित करने में 70 साल के चोय रेयोंग उनका अहम योगदान रहा है। ऐसे में किम जोंग उन ने उन्हें काफी सम्मान दिया है। 2012 में सत्ता संभालने के कुछ ही महीनों के बाद चोय रेयांग हे को एक साथ कई प्रमोशन मिले। इससे किम जोंग उन की नजर में उनकी अहमियत का अंदाजा होता है।

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किम परिवार से अलग चोय देश के उन कुछ चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जिनका नाम उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया में नियमित तौर पर देखने को मिलता है।

चूंकि उत्तर कोरिया में किम परिवार के बाहर का सदस्य भी सरकार का मुखिया हो सकता है, ऐसे में चोय रेयोंग हे एक उपयुक्त दावेदार हो सकते हैं। किम जोंग उन की असमय विदाई से देश के सत्ता हस्तांतरण के सहज बदलाव के लिए भी चोय उपयुक्त साबित हो सकते हैं।

किम प्योंग इल

किम जोंग उन के चाचा पूर्व नौकरशाह किम प्योंग इल को भी उत्तर कोरिया के भावी उत्तराधिकारी के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। किम प्योंग इल उत्तर कोरिया के दूसरे सुप्रीम लीडर किम जोंग इल के सौतले भाई है।

किम जोंग उन के चाचा पूर्व नौकरशाह किम प्योंग इल.

उत्तर कोरिया के पहले सुप्रीम लीडर किम इल सुंग के पुत्र के रूप में वे ‘माउंट पैक्टु ब्लडलाइन’ के सदस्य हैं। एक समय में उन्हें किम जोंग इल के लिए खतरा माना गया था लिहाजा किम प्योंग इल को चार दशकों तक विभिन्न यूरोपीय देशों में राजदूत के तौर पर तैनात कर उत्तर कोरिया से बाहर रखा गया।

किम प्योंग इल 65 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद बीते साल प्योंगयांग लौट आए हैं। उनके नेतृत्व संभालने पर देश को सुरक्षित हाथों में माना जा सकता है।

किम जेय रेयोंग

उतर कोरिया के प्रधानमंत्री किम जेय रेयोंग, जो कि किम परिवार के सदस्य नहीं हैं, फिर भी वह उत्तर कोरिया की सत्ता के लिए उपर्युक्त दावेदार हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री किम जेय रेयोंग के नाम में किम होने से बहुत लोगों को लगता है कि यह किम परिवार के सदस्य है लेकिन ऐसा नहीं है।
दरअसल उत्तर और दक्षिण, दोनों कोरिया में किम एक आम नाम है।

उतर कोरिया के प्रधानमंत्री किम जेय रेयोंग.

किम जेय रेयोंग के बारे में 2016 से पहले बहुत लोग नहीं जानते थे लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार सफलताएं हासिल की हैं। एक साल पहले वे उत्तर कोरियाई संसद पहुंचे और अचानक से एक महीने के भीतर ही उन्हें प्रधानमंत्री चुन लिया गया। उन्हें पोलित ब्यूरो की सदस्यता मिली और सेंट्रल मिलिटरी कमीशन में भी उन्हें जगह मिल गई।

हालांकि किम जेय सत्तारूढ़ परिवार के सदस्य नहीं हैं बावजूद इसके परिवार के उपयुक्त उम्मीदवार के सामने आने तक वे इस भूमिका के लिए उपयुक्त माने जा सकते हैं।

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