Wednesday - 10 January 2024 - 3:47 PM

Tag Archives: राजीव ओझा

थूकने और हिंसा के पीछे है लोगों का ‘डर’

समस्या के हल के लिए राजनीतिक नहीं मनोवैज्ञानिक कारण खोजना होगा कोरोना संकट के बाद व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मेंटल हेल्थ बहुत जरूरी राजीव ओझा कोई थूक रहा, कोई पीट रहा, कोई सड़कों पर नोट फेंक रहा। माहौल तनावपूर्ण है, लोग सशंकित हैं। कोरोना पता नहीं अभी …

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तो क्या कोरोना का खतरा चार गुना बढ़ गया..!

टाइगर में संक्रमण खतरे की घंटी, मनुष्यों से जानवर और जानवर से जानवर में संक्रमण का खतरा राजीव ओझा मायावी कोरोना ने पूरी दुनिया की नाक में दम कर रखा है। इसका ओर-छोर पकड़ में नहीं आ रहा। पहले कहा गया कि यह किसी तरह जानवरों से मनुष्यों में आया। …

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मजाक उड़ाने वाले ही छाती भी पीटेंगे

एक दिन का कर्फ्यू न मानने वाले मसखरे को सबसे पहले चपेट में लेगा कोरोना राजीव ओझा जोदि तोर डाक शुने केऊ न आसे तबे एकला चलो रे…। रवीन्द्रनाथ टैगोर ने यह देशभक्ति का गीत 1905 में लिखा था। अभी 19 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से बचने …

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मानव और दानव के बीच संग्राम है कोरोना

वायरस पर हमेशा मानव जाति की जीत होती आई है इस बार भी वायरस COVID-19 पराजित होगा प्लेग, चेचक मलेरिया और डेंगू, कोरोना से कहीं ज्यादा जान ले चुके हैं राजीव ओझा “सर्वाइवल ऑफ़ द फिटेस्ट” एक ऐसा वाक्यांश है जो डार्विनियन विकासवादी सिद्धांत से उत्पन्न हुआ है। जब से …

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जुबिली मीडिया सम्मान से सम्मानित हुए देश के बड़े दिग्गज

न्यूज डेस्क लखनऊ। देश- विदेश में पढ़े जाने वाले न्यूज पोर्टल जुबिली पोस्ट ने एक वर्ष की सफलता का जश्न लखनऊ के लीनेज होटल में धूमधाम से मनाया गया। इस खास मौके पर जुबिली मीडिया ने देश के तमाम ऐसे नामचीन पत्रकारों को सम्मान से नवाजा, जिन्होंने अपने- अपने क्षेत्र …

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फंतासी जो 40 साल बाद सच हो रही

1981 में लिखे गए उपन्यास “द आईज ऑफ़ डार्कनेस” में आश्चर्यजनक ढंग से 2020 में वायरस फैलने की बात कही गई है उपन्यास की कहानी और वुहान में कोरोना वायरस फैलने की घटना में अद्भुत समानता राजीव ओझा इस समय पूरी दुनिया में चर्चा सिर्फ कोरोना की हो रही है। …

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कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से..!

राजीव ओझा होली करीब है। इसके बाद मई में ईद भी है। ये दोनों खुशियों के त्यौहार हैं लेकिन लोग अब तो गले मिलने में भी हिचक रहे हैं। क्या साम्प्रदायिक सौहार्द खत्म हो गया है ? न, न इसका साम्प्रदायिकता से कुछ लेना देना नहीं। लेकिन हालात जितनी तेजी …

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कोरोना के आगे सब बेबस, अब सिर्फ इस एक बात का है सहारा

कोरोना के आगे सब बेबस, अब मौसम का ही सहारा विषाणु विशेषज्ञों को उम्मीद पहली गर्मी नहीं झेल पायेगा COVID-19 राजीव ओझा भारत में कोरोना वायरस पहुँच गया है। देश में कोरोना वायरस के 2 मरीज़ पॉज़िटिव पाए गए हैं। जो मरीज दिल्ली में पॉज़िटिव पाया गया वह इटली से …

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“सर्वनाश” होने तक हम सिर्फ सवाल उठाएंगे !

शाहीनबाग़ पिछले पांच दिनों से मीडिया की सुर्ख़ियों से गायब अब वहां भी ऐक्शन की सुगबुगाहट, सवाल तो उठेंगे राजीव ओझा ऐसा पहली बार नहीं हो रहा। जबतक स्थिति बेकाबू नहीं हो जाती, दर्जनों जान नहीं चली जाती और अरबों की संपत्ति नष्ट नहीं हो जाती तबतक हम एक्शन में …

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नफरत की इस आग में साबुत बचा न कोय

दो महीनों में दिखे समाज के तीन रूप राजीव ओझा संसद का काम है कानून बनाना सो उसने संविधान सम्मत प्रक्रिया अपना कर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) बनाया। कुछ को यह पक्षपातपूर्ण लगा। लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। कानून में खामी है या नहीं, इसका फैसला अदालत करती उसके …

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