न्यूज डेस्क
अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से ही हर तरफ इस बात की चर्चा है कि आखिर राम मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष कौन होगा और कौन सदस्य होगा। कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिमों के सबसे बड़े पक्षकार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने रिव्यू पिटिशन दायर न करने का फैसला लिया है। इसी के साथ ही राम मंदिर विवाद पूरी तरह से खत्म हो गया, जिसके बाद मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व आरएसएस पदाधिकारियों के बीच वाराणसी में एक अहम बैठक हुई।
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में राम मंदिर के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष के चयन पर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि बैठक में इस बात पर सहमती बनी है कि ट्रस्ट का अध्यक्ष आरएसएस से तय हो। बैठक में राममंदिर निर्माण को लेकर जनता के बीच किस तरह का माहौल है, इस पर भी चर्चा किया गया। साथ ही राम नवमी से राम मंदिर निर्माण की उम्मीद जताई गई और कारसेवा की तर्ज पर देशभर के हिन्दू समाज से सहयोग की रणनीति बनाई गई।
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के हक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भव्य मंदिर निर्माण की रणनीति में जुट गया है। हालांकि, इस ट्रस्ट को लेकर साधु-संतों में विवाद भी उत्पन्न हो गया है। कई साधु-संत अपने-अपने प्रतिनिधियों को ट्रस्ट का हिस्सा बनाना चाहते हैं, जिसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।
इसको देखते हुए आरएसएस ने खुद आगे बढ़ कर मोर्चा संभाला है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी की वाराणसी में हुई समन्वय बैठक में राम मंदिर के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष के चयन पर चर्चा की गई।
इस अहम बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ आरएसएस के प्रांत प्रचारक रमेश, क्षेत्रीय प्रचारक अनिल, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। वाराणसी के कोईराजपुर में मंगलवार की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी और सह सरकार्यवाह डा. कृष्णगोपाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी की ओर से प्रतिनिधित्व किया।
सूत्रों की माने तो बैठक में ट्रस्ट अध्यक्ष का नाम आरएसएस से तय करने पर सहमति बनी। बैठक के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष पर कई नामों पर चर्चा की गई। संघ ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सुझाव मांगा।