राहुल गांधी ने प्रशासन पर उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश अस्पताल और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है. इस घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसी जगह पर डॉक्टर्स सेफ नहीं हैं तो किस भरोसे अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने बाहर भेजें? निर्भया केस के बाद बने कठोर कानून भी ऐसे अपराधों को रोक पाने में असफल क्यों हैं?”
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ हो रहा घटनाओं का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “हाथरस से उन्नाव और कठुआ से लेकर कोलकाता तक महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती घटनाओं पर हर दल, हर वर्ग को मिलकर गंभीर विचार-विमर्श कर ठोस उपाय करने होंगे. मैं इस असहनीय कष्ट में पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं. उन्हें हर हाल में न्याय मिले और दोषियों को ऐसी सजा मिले जो समाज में एक नजीर की तरह प्रस्तुत की जाए.”
देशभर में हो रहे प्रदर्शन
इस घटना के बाद देशभर में डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. एम्स, वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया और इंदिरा गांधी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन हड़ताल जारी रखी है. हालांकि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) ने मंगलवार (13 अगस्त 2024) की रात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ उनके आवास पर हुई बैठक के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली.