Friday - 5 January 2024 - 2:51 PM

अब इस मामले में एक साथ खड़े नजर आए अखिलेश-शिवपाल

जुबिली स्पेशल डेस्क

लखनऊउत्तर प्रदेश विधानसभा और मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के बीच की व्यस्त सड़क पर अमेठी से आई एक मां-बेटी ने खुद को आग लगा ली। आग लगने से माँ-बेटी बुरी तरह से झुलस गईं. दोनों महिलाओं को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पूरे मामले में सूबे की राजनीति भी तेज हो गई है। अखिलेश से लेकर मायावती ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने भी योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। शिवपाल ने योगी सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। अखिलेश ने इस मामले में कल और आज दो ट्वीट कर सरकार को घेरा है।

उन्होंने कहा कि लोकभवन के सामने 2 महिलाओं द्वारा आत्मदाह की घटना, सोती हुई सरकार को जगाने के लिए क्या काफ़ी नहीं है या फिर असंवेदनशील सरकार व मुख्यमंत्री जी किसी और बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं.

क्या उप्र में सरकार नाम की कोई चीज़ है !

लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं द्वारा दबंगों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई न होने से हताश होकर आत्मदाह करने की दु:खद ख़बर आयी है। सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि वहाँ बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके, लेकिन इस भाजपा सरकार में गरीबों की कोई सुनवाई नहीं।

उधर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने मां-बेटी के आत्मदाह मामले में योगी सरकार से दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

यह भी पढ़ें : प्रेमिका के चक्कर में बीवी से भी हाथ धो बैठे सचिन

यह भी पढ़ें : थनबर्ग ने पर्यावरण अवॉर्ड लेने से क्यों किया इनकार

यह भी पढ़ें :  तो क्या ग्रेटा थुनबर्ग समय यात्री हैं

उन्होंने ट्वीट करते लिखा है कि लेखपाल,तहसीलदार व कहीं-कहीं एसडीएम के संरक्षण में जमीन पर कब्जे की शिकायतें पूरे प्रदेश से आ रही हैं। जब प्रशासन की भूमिका संदिग्ध हो तो न्याय कैसे संभव है। मेरे द्वारा लागू राजस्व संहिता का उद्देश्य ही यह था कि ग्रामीणों को भूमि विवाद में उनके घर पर ही त्वरित न्याय मिल सके।

 यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमि विवाद में अमेठी प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। @UPGovt  आत्मदाह की घटना को गम्भीरता से ले और पीड़ित पक्ष को न्याय प्रदान करे व दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करे।

क्या था मामला

सोफिया और गुडिय़ा नाम की यह माँ-बेटी अमेठी की रहने वाली हैं। गुडिया का आरोप है कि गाँव में नाली के विवाद में उसकी माँ पर हमला किया गया। उसने विरोध किया तो उसे भी पीटा गया। जब दोनों माँ-बेटी शिकायत लेकर जामो थाने गईं तो दबंगों ने वहां पहुंचकर पुलिस की मौजूदगी में उन्हें धमकाया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर जब दबंगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई तो दबंगों ने रात को घर पहुंचकर लाठी-डंडों से माँ-बेटी की पिटाई की।

ये भी पढ़े: मौजूं है प्रियंका गांधी का यह सवाल

ये भी पढ़े:  कोरोना काल में बदलते रिश्ते

ये भी पढ़े:  चावल या गेहूं के सहारे पोषण और सेहत की क्या होगी तस्वीर ? 

दबंगों की गुंडई और पुलिस से इन्साफ न मिलने पर माँ-बेटी ने आज लखनऊ पहुंचकर यह कदम उठाया। एसीपी हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के अनुसार माँ-बेटी अपने ऊपर पहले से मिट्टी का तेल डालकर आई थी।

अचानक लोक भवन के सामने दोनों ने खुद को आग लगा ली। पुलिस ने आग बुझाकर दोनों को अस्पताल में दाखिल करा दिया है। मां सोफिया की हालत गंभीर बनी हुई है।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com