जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय, लखनऊ के कॉन्फ्रेंस हॉल में बुधवार को जल जीवन मिशन के अंतर्गत “जल सहेलियों की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ अपर मिशन निदेशक संजय कुमार सिंह एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित जल सहेली श्रीमती शारदा देवी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई जल सहेलियों ने जल संरक्षण, स्वच्छता और समुदाय को जागरूक करने से संबंधित अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे वे गांव-गांव जाकर स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने तथा जल के समुचित उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं।मुख्य अतिथि संजय कुमार सिंह ने जल की महत्ता पर बल देते हुए कहा
” जिसे अब तक न समझा, वो कहानी हूँ मैं,
मुझे बर्बाद न करो, वो पानी हूँ मैं।”
उन्होंने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज बुंदेलखंड की जल सहेलियों से रूबरू होने का अवसर मिला। इनके कार्यों के बारे में पहले बहुत कुछ सुना था, लेकिन आज प्रत्यक्ष रूप से इनसे मिलकर यह विश्वास और दृढ़ हो गया कि जल संरक्षण के क्षेत्र में ये महिलाएं जिस समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं, वह वास्तव में सराहनीय है।” जल सहेली शारदा देवी ने कहा, “आज भी कई गांवों में महिलाओं को मीलों दूर से पानी लाना पड़ता है। जल का संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
अगर हर नागरिक अपने स्तर पर जल बचाने का प्रयास करे, तो स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।” कार्यशाला में जल प्रबंधन के विशेषज्ञों द्वारा जल गुणवत्ता, जल स्रोतों की निगरानी, तथा ग्राम स्तरीय जल सुरक्षा योजनाओं पर भी जानकारी दी गई।
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कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट कार्य करने वाली जल सहेलियों को सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जल जीवन मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति में जल सहेलियों की भूमिका को सशक्त बनाना और उनके कार्यों को राज्य स्तर पर पहचान दिलाना था। इस मौके पर जल जीवन मिशन का स्टाफ , परमार्थ संस्था के स्टाफ सहित जल सहेलियां मौजूद रही।