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वक्फ बोर्ड घोटाला : वसीम रिजवी के लिए बन सकता है गले की हड्डी

जुबिली स्पेशल डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी एक बार फिर मुश्किलों में नजर आ रहे हैं। दरअसल केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

उत्तर प्रदेश में वक्फ संपत्तियों की लेकर बरसों से रार देखने को मिल रही है। वक्फ संपत्तियों को लेकर वसीम रिजवी पर अब शिंकजा कसता नजर आ रहा है।

सीबीआई ने उत्तर प्रदेश में वक्फ संपत्तियों को गैर-कानूनी तरीके से बेचने, खरीदने और हस्तांतरित करने के आरोप में यह मामला दर्ज किया गया है।

यूपी सरकार भी शिया वक्फ बोर्ड और यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड को लेकर सख्त नजर आ रही है और बोर्ड द्वारा कथित तौर पर गैरकानूनी रूप से वक्फ संपत्तियों को बेचने और हस्तांतरित करने के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

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इस पूरे मामले यूपी सरकार की सिफारिश के आधार पर ही वसीम रिजवी और अन्य के खिलाफ दो केस दर्ज किए हैं।

इस मामले में दर्ज हुआ वसीम रिजवी पर केस

सीबीआई ने धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और विश्वासघात के आरोप में मामला दर्ज किया है। प्रयागराज और लखनऊ में दो एफआईआर वसीम रिजवी और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई थी।

  • शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वसीम रिजवी साल 2008 से लेकर मई 2020 तक कायम थे
  • 12 साल के दौरान सूबे में मायावती से लेकर अखिलेश यादव की सरकारें आईं और चली गईं
  • लेकिन वसीम रिजवी अपनी कुर्सी पर कायम रहे
  • 2017 में सूबे में योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद भी वसीम रिजवी शिया वक्फ बोर्ड पर काबिज रहे, पर उनका कार्यकाल 18 मई 2020 को पूरा होने के बाद वक्फ बोर्ड में वापसी नहीं हो सकी  

क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी पर पहल केस प्रयागराज में दर्ज हुआ है। जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ इमामबाड़ा गुलाम हैदर में दुकानों को निर्माण करने को लेकर है।

वहीं दूसरा केस कानपुर का है। जानकारी के मुताबिक कानपुर में एक जमीन को लेकर प्लॉट के केयरटेकर को धमकी देने और धोखाधड़ी का आरोप है. रिजवी के साथ नरेश कृष्ण सोमानी, विजय कृष्ण सोमानी, गुलाम सैयदेन रिजवी और वकार रज़ा का नाम भी है। कुल मिलाकर वसीम रिजवी की परेशानी बढ़ सकती है।

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बीते कुछ महीनों से शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवादऔर वसीम रिजवी में वक्त की जमीनों को लेकर घमासान मचा हुआ है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करोड़ों रुपये के वक्फ संपत्तियों को बेचने के आरोपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी की गिरफ्तारी में देरी पर मौलाना कल्बे जवाद ने नाराजगी जताई थी। शिया धर्मगुरु जवाद ने राज्य सरकार से रिजवी की गिरफ्तारी की मांग की थी।

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