Saturday - 19 April 2025 - 8:32 PM

जुबिली डिबेट

गद्दारी, दलाली, जालसाज़ी, लड़कीबाज़ी और घोटालेबाज़ी में क्यों सिमट रही पत्रकारिता !

नवेद शिकोह मातृभूमि भारत माता की तरह पत्रकारिता का पेशा भी मां की तरह है। दुर्भाग्य कि इस मां का हर रोज़ बलात्कार होता है। पत्रकारिता के पेशेवर ही ऐसे बलात्कार को अंजाम देते हैं। करीब हर रोज़ पत्रकारों की गिरफ्तारी की खबरें आती हैं। कभी-छुटपुट मामले होते हैं तो …

Read More »

मुख्यधारा की मीडिया ने सरोकारी खबरों से क्यों बनाई दूरी?

जुबिली न्यूज डेस्क एक पढ़े-लिखे आम आदमी से पूछा जाए कि देश के सामने क्या समस्याएं है तो वह एक मिनट में दस ऐसी खबरों को गिना देगा जो समाज से जुड़ी हुई हैं। कोरोना संकट के बीच में तो समस्याओं में और इजाफा हो गया है, पर मुख्य धारा …

Read More »

संजय सिंह तो बहाना हैं आप को बढ़ाना है

शबाहत हुसैन विजेता लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार इन दिनों आम आदमी पार्टी पर मेहरबान है. आप सांसद संजय सिंह पर राजद्रोह का मुकदमा कायम कराया गया है. पिछले तीन महीने में संजय सिंह के खिलाफ यूपी में 13 मुक़दमे दर्ज कराये गए हैं. सांसद संजय सिंह …

Read More »

भूखे पेट भजन हो रहा है !

नवेद शिकोह भूखे पेट भजन हो रहा है ! भूखे भजन ना होये गोपाला। ये कहावत झूठी साबित हो गई है। छोटे-बड़े पर्दे की झूठी अय्यारी के तिलिस्म से जनता को उलझाने का नया प्रयोग फिलहाल तो सफल दिख रहा है। अच्छे अभिनय और कांग्रेस से अच्छे रिश्तों के होते …

Read More »

आईपीएस अफसरों के बुरे दिन, मातहतों पर भी संकट

राजेन्द्र कुमार उत्तर प्रदेश में इस वक्त आईपीएस अफसरों का बुरा वक्त चल रहा है। तमाम सांसद और विधायक जिलों में तैनात पुलिस अफसरों पर मनमानी के आरोप लगा रहें है। वहीं सरकार ने भी कई पुलिस कप्तानों के खिलाफ भ्रष्टाचार के प्रकरणों को लेकर एक्शन लिया है। कुल सात …

Read More »

डंके की चोट पर : सियासत का कंगना और जंगलराज की घंटी

शबाहत हुसैन विजेता जिन दिनों सचिन तेंदुलकर का बल्ला रनों की बारिश कर रहा था और क्रिकेट का मतलब सचिन बन गया था उन दिनों की बात है बीएमसी ने सचिन तेंदुलकर को नोटिस भेजा कि उनका बंगला नियम के खिलाफ बना है. उन पर एक बड़ी रकम का जुर्माना …

Read More »

बस सरकारों का चरित्तुर देखिए

सुरेन्द्र दुबे सुप्रसिद्ध कवि मैथिली शरण गुप्त ने अपने महाकाव्य यशोधरा में नारी जीवन पर बड़ी मार्मिक पंक्तियां लिखी है, जिनका इस देश में महिलाओं की दुर्दशा का वर्णन करने के लिए उल्लेख किया जाता रहा है। ये पक्तियां हैं-अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आंचल में है दूध और …

Read More »

EDITORs TALK : कंगना – मोहरा या वजीर ?

डॉ उत्कर्ष सिन्हा बॉलीवुड की बगावत क्वीन कंगना राणावत हमेशा ही सुर्खियों में रहना पसंद करती है। पहले नेपोटिज्म के खिलाफ मोर्चा खोला और अब उससे आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र की सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। शिवसेना को जब कंगना ने ललकारा तो शिवसेना ने भी अपने ही …

Read More »

भाजपा नहीं शिवसेना कंगना की ज़्यादा हितैषी है

“सियासी समर्थन-विरोध छोड़ प्लाज़मा डोनर की तरह ड्रग के खिलाफ अभियान छेड़े तो सचमुच वीरांगना कहला सकती है कंगना” नवेद शिकोह देश के सबसे ज्यादा अनुभवी राजनेता शरद पवार ने बीएमसी द्वारा डिमॉलिशन का क़दम गलत और कंगना रनौत के मकसद को पूरा करना बताया है। महाराष्ट्र सरकार के सहयोगी …

Read More »

एक घटिया फिल्म चालू आहे

सुरेन्द्र दुबे देश में एक बहुत रोमांचक किन्तु एक घटिया फिल्म पिछले ढाई महीने से पूरे देश में चल रही है। इस फिल्म का नाम है जस्टिस फार shushant,  ये सुशांत कौन है। यह बताने की जरूरत नहीं है। बच्चे बूढ़े सब जानते है । सब के मन में इस …

Read More »
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com