Thursday - 11 January 2024 - 9:05 AM

जुबिली डिबेट

डंके की चोट पर : क्या काशी मथुरा के लिए फिर क़ानून के कत्ल की तैयारी है

शबाहत हुसैन विजेता सितम्बर 1991 की 18 तारीख को भारत की संसद ने एक क़ानून पास किया था प्लेसेज ऑफ़ वर्शिप. इस क़ानून में यह व्यवस्था दी गई कि 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आये हुए किसी भी धार्मिक स्थल का स्वरूप नहीं बदला जायेगा. इस क़ानून से …

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थोपी गई व्यवस्था सहने की मजबूरी

डा. रवीन्द्र अरजरिया देश की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने का दावा करने वाली सरकारों ने नागरिकों के विश्वास को ठगने का हमेशा से ही प्रयास किया है। गुलामी के लम्बे काल ने स्वाधीनता के मायने कहीं गुम कर दिये हैं। लोग स्वतंत्रता और वास्तविक स्वतंत्रता में अंतर करना भूल गये …

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अविमुक्त क्षेत्र से विस्थापित कर दिए गए शिव की रात्रि

अभिषेक श्रीवास्तव  एक होती है मुक्ति। दूसरी विमुक्ति। इन दोनों के पार है अविमुक्ति। ये सिर्फ काशी में मिलती है। इसीलिए बनारस मने काशी को अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इस अविमुक्ति का सीधा संबंध भगवान अविमुक्तेश्वर से है। अविमुक्तेश्वर महादेव शिव के गुरु हैं। राजनीतिक शब्दावली में लिबरेटेड ज़ोन …

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राहुल गांधी ने बयां किया सिंधिया को खोने का दर्द!

कृष्णमोहन झा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान के चतुर्थ कार्यकाल का प्रथम वर्ष आगामी 23 मार्च को पूर्ण होने जा रहा है परंतु राज्य में सत्ता परिवर्तन की पटकथा तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 10 मार्च को ही लिख दी थी जब कांग्रेस के …

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डंके की चोट पर : पांच साल पहले मिथुन दा को ममता ज़रूरी लगी थीं और अब…

शबाहत हुसैन विजेता पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल कर वहां भगवा झंडा फहराने के मकसद से बीजेपी ने अपना नया दांव मिथुन चक्रवर्ती के रूप में चला है. सियासी पार्टियां हमेशा से ज़रूरत पड़ने पर सत्ता पर काबिज़ होने के लिए ग्लैमर का तड़का लगाती रही …

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देश में एक साथ दो महाकुंभ

डा. रवीन्द्र अरजरिया वैदिक संस्कृति में उल्लेखित कर्म का सिद्धांत देश के राजनैतिक परिदृश्य में भी देखने को मिल रहा है। दलगत अखाडों के पहलवान ताल ठोक रहे हैं। जोर आजमाइश में हर तरह के दांव-पेंच अपनाये जा रहे हैं। चुनावी समर में जायज-नाजायज का अंतर मिट गया है। उपलब्धियों …

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कितनी सशक्त हुईं महिलाएं ?

प्रीति सिंह “लोगों को जगाने के लिये”, महिलाओं का जागृत होना जरुरी है। एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गांव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है। यह वाक्य पंडित जवाहर लाल नेहरू के हैं। उन्होंने एक भाषण के …

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ममता के सामने BJP ने उतार दिया अधिकारी

जुबिली स्पेशल डेस्क नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में चुनाव करीब है। ऐसे में वहां पर सियासी घमासान और तेज होता दिख रहा है। बीजेपी ममता राज को लगतार चुनौती दे रही है। इतना ही नहीं बीजेपी दावा कर रही है उसकी सरकार बंगाल में बनती दिख रही है। आलम तो …

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भाजपा का आकर्षण या कांग्रेस के भविष्य की चिंता?

कृष्णमोहन झा कांग्रेस के जिन 23 वरिष्ठ नेताओं ने गत वर्ष पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर पार्टी में पूर्ण कालिक अध्यक्ष के निर्वाचन की मांग की थी उनमें से कुछ नेता एक बार फिर मुखर हो उठे हैं। हाल में ही राज्यसभा की सदस्यता से …

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डंके की चोट पर : जिस रानी का मन्दिर है उसका भी किला ढह गया मोदी जी

शबाहत हुसैन विजेता एक आदमी पंडित था, एक आदमी मुसलमान था, एक आदमी सिक्ख था, एक इसाई था. चारों को एक दूसरे से बड़ी दिक्कतें थी. मगर कोई बड़ा नहीं था, कोई छोटा नहीं था. ज़रूरत पड़ने पर यह साथ बैठ जाते थे. ज़रूरत पड़ने पर झगड़ भी लेते थे. …

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