राजीव ओझा बसपा सुप्रीमो मायावती डॉ. भीमराव आंबेडकर के आदर्शों और सिद्धांतों का अनुसरण कर राजनीति के इस मुकाम तक पहुंची हैं। मायावती अनुसूचित जातियों के साथ ही मुस्लिम वोटबैंक को भी आकर्षित करने की लगातार कोशिश कर रहीं हैं। सीएए, एनआरसी का विरोध और अदनान सामी को नागरिकता देने …
Read More »जुबिली डिबेट
अनोखे विवाह समारोह में बहुजन राजनीति का रंग
केपी सिंह एक तो वे राजनैतिक शादियां होती हैं जो किसी राजनैतिक शहंशाह के शहजादे या शहजादी की शादी से संबंधित होती हैं। जैसे कि मुलायम सिंह यादव के पौत्र तेजू की शादी और लालू यादव के बेटे-बेटियों की शादियां। इन शादियों में जश्न के साथ-साथ राजनैतिक समीकरण भी गुने-बुने …
Read More »रीढ़ विहीन संगठन में तब्दील हो गया यूपी आईएएस एसोसिएशन
राजेन्द्र कुमार यूपी आईएएस एसोसिएशन देश के किसी राज्य में आईएएस का सबसे बड़ा संगठन है। इस संगठन के हर फैसले पर देश भर के आईएएस चर्चा करते हैं। करें भी क्यों ना। यही वह संगठन है, जिसने अपने संवर्ग में सबसे भ्रष्ट अफसर को चिन्हित करने की पहल की …
Read More »जगन मोहन क्यों विधान परिषद को खत्म करना चाहते हैं ?
अब्दुल हई आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने सवाल उठाया है कि विधान परिषद का औचित्य क्या है ? मंत्रिमंडल ने 27 जनवरी को एक प्रस्ताव पारित कर राज्य विधान परिषद को समाप्त करने की प्रक्रिया को हरी झंडी भी दिखा दी। इस तरह का प्रस्ताव विधानसभा में भी …
Read More »रामदेव को आंदोलन को बदनाम करने से बचना चाहिए
सुरेंद्र दुबे स्वामी रामदेव आखिर क्या हैं। पहले वो योग गुरु थे तथा देश भर में लोगों को योग क्रियाओं के माध्यम स्वस्थ्य रहने का संदेश देते थे। बाद में वे धीरे-धीरे व्यापारी बन गए और आटा, दाल, चावल, नमक व दवाओं का व्यापार करने लग गए। इस बीच उनकी …
Read More »मुनव्वर राना के “डर” के मायने
राजीव ओझा ठीक ही कहा गया है अज्ञानता से कहीं ज्यादा खतरनाक है आधा अधूरा ज्ञान। यह हर क्षेत्र पर लागू होता है। बड़ा खतरा यह है कि लोग आप की इस कमजोरी का फायदा उठाकर आपका इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे आजकल दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 को …
Read More »तीस साल से इंसाफ के इंतज़ार में कश्मीरी पंडित
शबाहत हुसैन विजेता कश्मीर में इंटरनेट सेवा बहाल हो गई है। सेना को कम किया गया है और सड़कों पर लोगों की आवाजाही बढ़ने लगी है। हालात को सामान्य होने की दशा में अग्रसर बताया जा रहा है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, लेकिन आज़ादी के बाद से अब …
Read More »चुनाव सुधार में कौन कर रहा चकमेबाजी ?
केपी सिंह राजनीति के अपराधीकरण पर उच्चतम न्यायालय का ताजा आदेश सरकार और राजनैतिक दलों को अपने गिरेबान में झांकने के लिए मजबूर करता है। हालांकि इसके बावजूद इस बात की कम ही गुंजाइश है कि इस मामले में लताड़ का पुट लिए उच्चतम न्यायालय की नसीहत से जिम्मेदारों की …
Read More »देश के लोकतंत्र की बदरंग होती तस्वीर का खुलासा
केपी सिंह तमाम मुददो पर अतंराष्ट्रीय/राष्ट्रीय रैकिंग में पिछड़ रहे देश को इस मामले में अब एक और झटका लगा है। अर्थ व्यवस्था जैसे गवर्नेंस के बुनियादी क्षेत्र में देश की हालत लगातार पतली होती जा रही है। लेकिन सरकार की सेहत पर कोई असर नही पड़ रहा है। अब …
Read More »शाहीन बाग पर बदनामी का दाग !
उत्कर्ष सिन्हा लंबे समय से चल रहा दिल्ली के शाहीन बाग का आंदोलन दुनिया की निगाहों में आ चुका है । दुनिया भर में महिलाओं के इस अनोखे आंदोलन की चर्चा हो रही है , लेकिन शाहीन बाग पर फूटा वीडियो बम फिलहाल इस आंदोलन की बदनामी का बायस बन …
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