कृष्णमोहन झा इस बार हम अपनी आजादी का पर्व एक ऐसे प्रकोप से भयावह विपदा के साए में मना रहे हैं जिसके कारण सारी दुनिया मे हाहाकार मचा हुआ है। सारी दुनिया उस दिन का बेताबी से इंतजार कर रही है जब कोरोना वायरस के प्रकोप से मुक्त होकर खुली …
Read More »ओपिनियन
राजीव त्यागी की मौत के बाद तो टीवी डिबेट के तौर-तरीकों पर डिबेट करो !
बहुत हो गया, डिबेट के नाम पर दंगल और अखाड़ा बंद करें ! नवेद शिकोह एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया देश के न्यूजं चैनल्स की एक जिम्मेदार एसोसिएशन है। इसे कुछ तो कोशिश करनी चाहिए है। शर्म नहीं आती जब डिबेट में मार-काट और मां-बहन की गालियों की नौबत आ जाती …
Read More »गीता सार : जो देखना चाहता है, वही देख पाता है
अंकित प्रकाश कई बार जो बातें हो चुकी हैं उन्हें भी दुहराया जाना लाभकारी साबित होता है। इसकी बहुत सी वजहें हो सकती हैं। सबसे बड़ी वजह तो ये है कि बिना दुहराये, हम भूलने लगते हैं, हमारी याददाश्त फीकी पड़ने लगती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई गणितज्ञ भी …
Read More »फैज़ और दुष्यंत के वारिस थे राहत
अगर ख़िलाफ है होने दो.. सरकारी अवार्ड के पैमाने में जीरो थे, इसलिए ही राहत हीरो थे नवेद शिकोह आमतौर पर किसी हुनरमंद, फनकार या कलमकार के हुनर के वज़्न का पैमाना उसे मिलने वाले सरकारी अवार्ड्स होते हैं। इस पैमाने के हिसाब से तो शायर राहत इंदौरी ज़ीरो थे। …
Read More »अमेरिकी चुनाव: क्या जलवायु परिवर्तन कराएगा सत्ता परिवर्तन?
डॉ सीमा जावेद (इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट, पर्यावरणविद & स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशन एक्सपर्ट) अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के महज़ तीन महीने बाक़ी हैं और कोविड महामारी के शोर के बीच अगर वहां कोई चुनावी मुद्दा सुनाई देता है तो वो है जलवायु परिवर्तन। बर्नी सैंडर्स से लेकर कमला हैरिस तक सभी की ज़ुबान …
Read More »एंटी क्लॉक वाइज घूमती राजनीति की सुइयां और विश्वास का संकट
चन्द्र प्रकाश राय मैने कुछ साल पहले लिखा था कि आने वाले वक्त में राजनीती की सुईयां एंटी क्लॉक वाइज घूमेंगी । कांग्रेस पार्टी आज़ादी के लिए बनी वो काम किया कुर्बानी भी दिया आज़ादी की लड़ाई से बाद तक और शून्य पर खड़े देश को दुनिया के मुकाबले खड़ा …
Read More »गहलोत हैं कांग्रेस के असली चाणक्य
सुरेन्द्र दुबे राजस्थान में अब कांग्रेस के साथ भाजपा को भी अपने विधायकों के बिक जाने का खतरा सताने लगा है। यानी कि अभी तक जो भाजपा सचिन खेमे के विधायकों की संख्या 19 से बढ़ा कर 30 करने के जुगाड़ में लगी हुई थी उसे खुद के घर में …
Read More »कैसे अपनी वास्तविक परिणति पर पहुंचा राम मंदिर आंदोलन
केपी सिंह मंडल के खिलाफ साधे गये कमंडल के ब्रह्मास्त्र की परिणति रोचक और अप्रत्याशित रही। मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने से सामाजिक भूचाल की जो स्थिति बनी थी माना गया था कि उसे संभालने के लिए लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर रथ यात्रा निकाली थी। जिसके तूफान में …
Read More »5 अगस्त अब राममंदिर संघर्ष यात्रा की अंतिम तारीख
राजेंद्र कुमार आप या कोई इसे अयोध्या का सौभाग्य कहे या दुर्भाग्य, इस तथ्य से इंकार नहीं कर सकता कि आजादी के बाद से अब तक कम से कम पांच ऐसी तारीखें अयोध्या के हिस्से ऐसी आई हैं, जिन्हें लेकर दावा किया गया कि उसका, और साथ ही देश का, …
Read More »राम मंदिर: जिंदगी के झरोखे से
चन्द्र प्रकाश राय 1990 – 25 सितम्बर को गुजरात के सोमनाथ से अडवाणी जी ने रथयात्रा शुरू कर दिया था ।अडवाणी जी देश के लोकतंत्र की एक राष्ट्रीय पार्टी के दो बड़े नेताओ मे से एक और उसके अध्यक्ष थे जिसकी जिम्मेदारी देश के भविष्य के लिए लड़ने और शैडो …
Read More »