Saturday - 10 May 2025 - 5:10 PM

ओपिनियन

तात्विक सुधार से परे है नई शिक्षा नीति का खाका

केपी सिंह नई शिक्षा नीति में शिक्षा के निजीकरण के पहलू की कोई चर्चा नहीं की गई है जबकि यह बहुत आवश्यक था। शिक्षा, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में मुनाफाखोरी के बोलबाले के चलते लोगों की मौलिक जरूरतों के खर्चे बढ़ रहे हैं। यह स्थितियां आर्थिक उद्वेलन को गहराने का कारण …

Read More »

EDITORs TALK : सरकार पर भरोसा क्यों नहीं कर रहे किसान ?

डॉ उत्कर्ष सिन्हा लंबे समय बाद भारतीय राजनीति में खेती और किसानी बहस के केंद्र में दिखाई दे रही है। वरना लोग तो भूल ही गए थे कि नए भारत में किसानों के मामले पर कभी संसद और वो भी राज्यसभा में इतना हंगामा हो जाएगा कि राज्यसभा टीवी का …

Read More »

मुख्यधारा की मीडिया ने सरोकारी खबरों से क्यों बनाई दूरी?

जुबिली न्यूज डेस्क एक पढ़े-लिखे आम आदमी से पूछा जाए कि देश के सामने क्या समस्याएं है तो वह एक मिनट में दस ऐसी खबरों को गिना देगा जो समाज से जुड़ी हुई हैं। कोरोना संकट के बीच में तो समस्याओं में और इजाफा हो गया है, पर मुख्य धारा …

Read More »

भूखे पेट भजन हो रहा है !

नवेद शिकोह भूखे पेट भजन हो रहा है ! भूखे भजन ना होये गोपाला। ये कहावत झूठी साबित हो गई है। छोटे-बड़े पर्दे की झूठी अय्यारी के तिलिस्म से जनता को उलझाने का नया प्रयोग फिलहाल तो सफल दिख रहा है। अच्छे अभिनय और कांग्रेस से अच्छे रिश्तों के होते …

Read More »

आईपीएस अफसरों के बुरे दिन, मातहतों पर भी संकट

राजेन्द्र कुमार उत्तर प्रदेश में इस वक्त आईपीएस अफसरों का बुरा वक्त चल रहा है। तमाम सांसद और विधायक जिलों में तैनात पुलिस अफसरों पर मनमानी के आरोप लगा रहें है। वहीं सरकार ने भी कई पुलिस कप्तानों के खिलाफ भ्रष्टाचार के प्रकरणों को लेकर एक्शन लिया है। कुल सात …

Read More »

बस सरकारों का चरित्तुर देखिए

सुरेन्द्र दुबे सुप्रसिद्ध कवि मैथिली शरण गुप्त ने अपने महाकाव्य यशोधरा में नारी जीवन पर बड़ी मार्मिक पंक्तियां लिखी है, जिनका इस देश में महिलाओं की दुर्दशा का वर्णन करने के लिए उल्लेख किया जाता रहा है। ये पक्तियां हैं-अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आंचल में है दूध और …

Read More »

EDITORs TALK : कंगना – मोहरा या वजीर ?

डॉ उत्कर्ष सिन्हा बॉलीवुड की बगावत क्वीन कंगना राणावत हमेशा ही सुर्खियों में रहना पसंद करती है। पहले नेपोटिज्म के खिलाफ मोर्चा खोला और अब उससे आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र की सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। शिवसेना को जब कंगना ने ललकारा तो शिवसेना ने भी अपने ही …

Read More »

भाजपा नहीं शिवसेना कंगना की ज़्यादा हितैषी है

“सियासी समर्थन-विरोध छोड़ प्लाज़मा डोनर की तरह ड्रग के खिलाफ अभियान छेड़े तो सचमुच वीरांगना कहला सकती है कंगना” नवेद शिकोह देश के सबसे ज्यादा अनुभवी राजनेता शरद पवार ने बीएमसी द्वारा डिमॉलिशन का क़दम गलत और कंगना रनौत के मकसद को पूरा करना बताया है। महाराष्ट्र सरकार के सहयोगी …

Read More »

एक घटिया फिल्म चालू आहे

सुरेन्द्र दुबे देश में एक बहुत रोमांचक किन्तु एक घटिया फिल्म पिछले ढाई महीने से पूरे देश में चल रही है। इस फिल्म का नाम है जस्टिस फार shushant,  ये सुशांत कौन है। यह बताने की जरूरत नहीं है। बच्चे बूढ़े सब जानते है । सब के मन में इस …

Read More »

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और मुस्लिम समुदाय

जावेद अनीस करीब 34 साल बाद देश को नई शिक्षा नीति मिली है जोकि आगामी कम से कम दो दशकों तक शिक्षा के रोडमैप की तरह होगी. यह नीति इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे देश की पहली पूर्ण बहुमत वाली हिन्दुतत्वादी सरकार द्वारा लाया गया है जिसने इसे बनाने …

Read More »
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com