Saturday - 10 May 2025 - 11:46 AM

ओपिनियन

खूनी चीखों के मध्य गूंजते राजनैतिक ठहाके

देश में राष्ट्रभक्त नागरिकों की निरंतर कमी होती जा रही हैं। व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति के आगे सामाजिक हित बौने हो चुके हैं। सुरक्षात्मक मुद्दों से लेकर राष्ट्रीय विकास जैसे कारक हाशिये पर पहुंच चुके है। संविधान की धाराओं का मनमाना विश्लेषण नित नये विरोधाभाषों खडे कर रहा है। अफगानस्तान …

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यूपी के चुनावों में क्या फिर दिखेगा मुजफ्फरनगर इफेक्ट ? 

उत्कर्ष सिन्हा यूपी के विधान सभा चुनावों में मुजफ्फरनगर एक बार फिर अपना असर दिखाने के लिए तैयार है ? विधान सभा चुनावों में जब 150 दिनों से कम बाकी है तब मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को हुई किसान पंचायत में उमड़ी भीड़ ने यूपी के चुनावी माहौल की गर्मी …

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अमेरिका के पलायन- इतिहास का नया अध्याय

कृष्णमोहन झा 9/11के भयावह आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में तालिबान को नेस्तनाबूद करने के प्रण के साथ वहां अपने सैनिक उतारे थे और बीस साल बाद आज जब उसने अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस बुला लिया है तब तालिबान 2001 से भी अधिक ताकतवर बन …

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कई मोर्चों पर अकेले लड़ते राहुल

यशोदा श्रीवास्तव कांग्रेस के प्रति सहानुभूति रखने वालों को पंजाब प्रांत के नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का हालिया बयान जरूर विचलित किया होगा जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें यदि स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया गया तो वे ईंट से ईंट बजा देंगे। सीधे -सीधे धमकी …

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राजनीति में हर संभावना का नाम है कल्याण सिंह

मार्गदर्शक बनी रहेगी कल्याण सिंह की कल्याणकारी सियासत नवेद शिकोह राम नाम सत्य है.. ये अंतिम यात्रा का उच्चारण ही नहीं, प्रारंभ से अनंतकाल के जीवन का शास्वत सत्य है। देश में रामभक्ति को गति देने वाले रामभक्त कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा ये एहसास दिला रही है कि जो …

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कल्याण सिंह भाजपा के पहले मोदी थे

नवेद शिकोह भाजपा के जन्म से ही लोगों की ये धारणा रही है कि इस पार्टी का मुख्य उद्देश्य हिन्दू समाज को जोड़ना और एकता स्थापित करना है। लेकिन इस धारणा और उद्देश्य के विपरीत भाजपा पर दशकों तक सवर्णों की पार्टी का टैग जब तक लगा तब तक ये …

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मधेसी दलों के बाद कम्युनिस्ट भी खंड-खंड, ऐसे में राजनीतिक स्थिरता दूर की बात

यशोदा श्रीवास्तव नेपाल की राजनीति में ओली सरकार बदलने के बाद भी सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा। पांच दलों के समर्थन से सत्ता में आई नेपाली कांग्रेस के लिए सहयोगी दलों को साधना मुश्किल हो रहा है। पीएम शेर बहादुर देउबा के समक्ष असमंजस यह है कि वे अपनी …

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अब बेमानी है भारतीय राजनीति में वंशवाद की बात

उत्कर्ष सिन्हा नेहरू परिवार के वंशवाद को ले कर भारतीय राजनीति में लगातार हमले होते रहे हैं। विशेषकर भारतीय जनता पार्टी इस मामले में कांग्रेस पर हमलावर होते हुए अक्सर आरोपों की झड़ी लगा देती है। लेकिन क्या वंशवाद की ये बेल सिर्फ कांग्रेस तक ही सिमटी है ? हालाकी …

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धार्मिक कट्टरता की तालिबानी संस्कृति का लक्ष्य सिर्फ सत्ता है !

नवेद शिकोह तालिबानियों ऐसे ही अफगानिस्तान फतह नहीं किया है, इन्हें बहुतों ने मौका दिया है और उनकी संस्कृति के नक्शेकदम पर चल कर उन्हें हौसला दिया है। धार्मिक कट्टरता नफरती पहियों की सियासत से अतंतःअपने गंतव्य स्थान सत्ता तक पंहुचती है। तालिबानी संस्कृति के रास्ते पर चलने वाले किस …

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यूपी की सियासी तस्वीर फिलहाल तो ये है

डा. सी. पी. राय   उत्तर प्रदेश का आने वाला चुनाव मील का पत्थर साबित होने वाला है ।बंगाल ने लम्बे समय बाद एक चुनौती को स्वीकार भी किया और चुनौती दिया भी और इबारत लिख दिया राजनीति के पन्ने पर की इरादा हो, संकल्प हो और आत्मबल हो तो कितनी …

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