सुरेंद्र दुबे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य लगातार एक के बाद एक मोर्चे पर हार का सामना करते जा रहे हैं पर उनके रवय्ये में कोई अंतर नहीं आया है। एक बार राजीव गांधी की सरकार के समय शाहबानो मामले में संविधान में संसोधन कराकर एक अबला …
Read More »ओपिनियन
गिरता हुआ भू-जलस्तर देश के सामने बड़ी समस्या
दिव्या राय गिरता हुआ भू-जलस्तर भारत में ही नहीं विश्व के कई देशों में आम जन को प्रभावित कर रहा है। भारत में ये समस्या बहुत गंभीर विषय है। इस पर आम जन को जागरुक होने और सरकार को गंभीरता से विचार करन चाहिए। साथ ही एक वास्तविक जल नीति …
Read More »मीडिया के हथियार से देश को घायल करने का षडयंत्र
डा. रवीन्द्र अरजरिया वर्तमान समय में वातावरण के सृजन का काम पूरी तरह से मीडिया ने ले लिया है। टेलीविजन चैनल्स, समाचार पत्र और सोशल मीडिया के अंतर्गत आने वाली अनगिनत और अनियंत्रित साइड्स के माध्यम से लोगों की मानसिकता को प्रभावित करने का काम बखूबी किया जा रहा है। …
Read More »कांतिलाल पर नाथ की प्रतिष्ठा दांव पर!
कृष्णमोहन झा/ मध्यप्रदेश विधानसभा के झाबुआ निर्वाचन क्षेत्र के लिए इस माह होने वाले उप चुनाव हेतु सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी एवं विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का प्रचार अभियान जोर-शोर से प्रारंभ हो गया है। कांग्रेस ने यहां पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को प्रत्याशी बनाया है …
Read More »रात के अँधेरे में एनकाउंटर क्यों ?
पुष्पेंद्र का एनकाउंटर और बैकफुट पर सरकार! राजेंद्र कुमार उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में 28 वर्षीय पुष्पेंद्र यादव की मौत को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार बैकफुट पर है। पुष्पेंद्र की 6 अक्टूबर को पुलिस की गोली से मौत हो गई थी। पुलिस मुठभेड़ (एनकाउंटर) में मारे गए इस युवक …
Read More »दावा भारतीय संस्कृति का फिर मायावी युद्ध कला से प्रेम क्यों ?
केपी सिंह युद्ध जीतने के लिए लड़े जाते हैं इसलिए कहा गया है कि युद्ध और प्रेम में सब कुछ जायज है। लेकिन भारतीय संस्कृति में युद्ध में मायावी घात-प्रतिघात को गर्हित सिद्ध किया गया है। पौराणिक कथाओं में और रामचरित मानस में राक्षसों को मायावी युद्ध कला का विशेषज्ञ …
Read More »व्हाट्सअप पर तीर चलने से नहीं मरते रावण
राजीव ओझा विजय दशमी बीत गई लेकिन रावण तो मारा नहीं। दशहरे के दिन कल ही तो रावण दहन हुआ था। बुराई के प्रतीक रावण और अच्छाई के प्रतीक राम के बीच हर गली, हर शहर और कसबे-गाँव में युद्ध हुआ था। इसमें रावण मारा गया लेकिन आज कुछ भी …
Read More »मुंगेरीलाल फिर देखेंगे हसीन सपने
सुरेंद्र दुबे हमारे देश में वर्ष 2014 के चुनाव के समय से मुंगेरीलालों ने हसीन सपने देखने शुरू कर दिए थे। तमाम सपने थे जिनको दिखाने वाले खुद ही भूल गए हैं तो भला हम उन सपनो को क्यों याद रखें। लेकिन एक सपना तो हर एक को याद है …
Read More »आखरी उम्मीद पर आरे
शबाहत हुसैन विजेता मुम्बई की आरे कालोनी में जिस तरह से इंसानी ज़िन्दगी की आखरी उम्मीद पर आरे चलाये गए वो न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि ऐसा फैसला करने वाले को सज़ा मिलनी चाहिए। पेड़ काटने का जो रिकॉर्ड मुम्बई में बना है, उतना बड़ा रिकॉर्ड न देश में कभी …
Read More »महाराष्ट्र और हरियाणा में भी अंतर्ध्यान होगी कांग्रेस?
सुरेंद्र दुबे अगर कांग्रेसी नेताओं की माने तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ध्यान करने विदेश चले गए हैं। कोई कह रहा है बैंकॉक गए हैं तो कोई कह रहा है कंबोडिया गए हैं। किसी को भी साफ-साफ कुछ नहीं मालूम है। जिस तरह से राहुल गांधी ध्यान करने …
Read More »
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal