मल्लिका दूबे
गोरखपुर। करीब एक माह से पूर्वी यूपी की तीन सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर ऊहापोह में फंसी भारतीय जनता पार्टी ने डैमेज कंट्रोल पालिसी के तहत आखिरकार प्रत्याशी घोषित कर दिया।
पखवारा पहले अचानक गोरखपुर से प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर चर्चा में आये भोजपुरी फिल्म अभिनेता रविकिशन शुक्ला को पार्टी ने योगी के पुराने गढ़ में प्रत्याशी बनाया है।
जूताकांड को लेकर चर्चित संतकबीरनगर के सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट तो कट गया है लेकिन ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए बीजेपी ने उनके पिता और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया संसदीय क्षेत्र का प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा में ठाकुर बनाम ब्राह्मण के जंग का मैदान बने संतकबीरनगर में सपा से भाजपा में आए गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद को प्रत्याशी बनाकर पार्टी ने सबको खुश करने की चाल चली है। डैमेज कंट्रोल के लिए भाजपा का यह दांव कितना कारगर होगा, देखना दिलचस्प होगा।
आखिरकार रविकिशन शुक्ला पर ही लगी मुहर
योगी के बतौर सांसद इस्तीफे के बाद गोरखपुर में उपचुनाव में मिली हार के बाद से ही भाजपा के लिए प्रत्याशी चयन का गंभीर संकट था। करीब एक पखवारा पूर्व भोजपुरी फिल्मों के स्टार रविकिशन शुक्ला का नाम चर्चा में तब आया जब उन्होंने खुद इसका संकेत दिया था।
हालांकि, दो दिन बाद ही यह चर्चा शांत हो गयी। बीच के दिनों में यहां कभी सपा से भाजपा में आए सांसद प्रवीण निषाद को ही प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ा तो महज दो दिन पहले पिपराइच के विधायक और योगी के करीबी महेंद्रपाल सिंह का नाम लगभग तय मान लिया गया था।
उनके समर्थकों ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। सैंथवार बिरादरी के महेंद्रपाल सिंह का नाम चर्चा में आते ही ब्राह्मणों और निषादों की नाराजगी की बात पार्टी के अंदरखाने में उठने लगी। उप चुनाव में यहां बीजेपी ने उपेंद्र दत्त शुक्ल को चुनाव लड़ाया था।
अंत में ब्राह्मण प्रत्याशी पर ही दांव खेला गया और मूलत: जौनपुर के रहने वाले भोजपुरी फिल्मों के बड़े कलाकार रविकिशन शुक्ला को टिकट थमा दिया गया।
संतकबीरनगर में एक तीर से दो शिकार
संतकबीरनगर संसदीय क्षेत्र में बीजेपी ने वर्तमान सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट तो काट दिया है लेकिन एक तीर से दो शिकार करके। निषाद पार्टी का साथ मिलने से उसे भी खुश करने की कोशिश थी।
ऐसे में पार्टी ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद के बेटे और वर्तमान में गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद को संतकबीरनगर में चुनाव लड़ा दिया है।
प्रवीण को यहां बड़ी चुनौती का सामना भले करना पड़े लेकिन उन्हें टिकट देकर भाजपा ने जूताकांड के बाद ब्राह्मण बनाम ठाकुर की अंदरूनी लड़ाई को थामने की भी कोशिश की है।
शरद का टिकट कटने पर संतकबीरनगर और आसपास की सीटों पर ब्राह्मणों की नाराजगी से बचने के लिए पार्टी ने शरद त्रिपाठी के पिता, पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है।