बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर सबसे सफल रन चेज
- 1. 378/3 – इंग्लैंड ने भारत को 7 विकेट से हराया (2022)
- 2. 282/8 – ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 2 विकेट से हराया (2023)
- 3. 211/3 – इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराया (1999)
- 4. 157/3 – वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराया (1991)
- भारत की कुल लीड: 244 रन (दूसरी पारी जारी)
- लक्ष्य की रणनीति: 400-450 रन तक इंग्लैंड को टारगेट देना
- शेष समय: 2 दिन का खेल बाकी
जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर जारी दूसरा टेस्ट मैच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। पहली पारी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड पर 180 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की थी और अब दूसरी पारी में भारत ने 1 विकेट खोकर 64 रन बना लिए हैं। ऐसे में कुल बढ़त 244 रन की हो चुकी है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत को इंग्लैंड को हराने के लिए कितने रन का लक्ष्य देना चाहिए?
बर्मिंघम में 400+ रन चेज कभी नहीं हुआ!
इतिहास को देखें तो एजबेस्टन में अब तक किसी भी टीम ने 400 रन से ज्यादा का सफल रनचेज नहीं किया है। इस मैदान पर सबसे बड़ा सफल लक्ष्य जुलाई 2022 में इंग्लैंड ने ही हासिल किया था, जब उन्होंने भारत के खिलाफ 378 रन का पीछा करते हुए 7 विकेट से जीत दर्ज की थी।
इस लिहाज से अगर भारत इंग्लैंड को 400 से 450 रन का टारगेट देता है, तो मैच पर उसका नियंत्रण मजबूत हो जाएगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस पिच पर आखिरी दो दिन बल्लेबाजी करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
क्या भारत रच पाएगा 58 साल पुराना इतिहास?
बर्मिंघम का यह मैदान भारत के लिए हमेशा कठिन रहा है। यहां टीम इंडिया ने अब तक 9 टेस्ट मैच खेले हैं – जिनमें से 8 में हार और 1 मैच ड्रॉ रहा है। लेकिन इस बार टीम के पास इतिहास बदलने का सुनहरा मौका है।
पहली पारी में भारत ने 587 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 407 रन पर सिमट गई। अगर दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज 200 से 220 रन और जोड़ते हैं, तो इंग्लैंड को 450 रन के करीब लक्ष्य मिलेगा – जो इस मैदान की परिस्थिति में लगभग असंभव जैसा माना जा सकता है।
गेंदबाज़ी बनी भारत की ताकत
- मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाशदीप जैसे गेंदबाजों के सामने इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए इतनी बड़ी चुनौती पार करना आसान नहीं होगा। चौथी पारी की पिच में स्पिन और रिवर्स स्विंग भी भारत के पक्ष में जा सकती है।