जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर अटकलें तेज़ हो गई हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा से वापसी के बाद पार्टी इसका ऐलान कर सकती है। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में पूरा हो गया था, जिसे लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए आगे बढ़ा दिया गया था। अब पार्टी जल्द नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है।
कौन-कौन है रेस में?
इस दौड़ में कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, जिनमें संगठन और सरकार दोनों के अनुभवी चेहरे शामिल हैं:
- शिवराज सिंह चौहान: ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को संगठन और संघ दोनों में मजबूत समर्थन प्राप्त है।
- मनोहर लाल खट्टर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और आरएसएस से गहरा जुड़ाव। शांत और रणनीतिक नेता माने जाते हैं।
- भूपेंद्र यादव: पुराने संगठनात्मक खिलाड़ी। बिहार और यूपी जैसे राज्यों में ओबीसी समीकरण साधने के लिए अहम चेहरा हो सकते हैं।
- धर्मेंद्र प्रधान: ओडिशा से आने वाले ये मंत्री भाजपा की नीति-संवाद में बैलेंस बनाए रखने वाले नेता हैं।
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सुनील बंसल व विनोद तावड़े: पर्दे के पीछे संगठन चलाने वाले रणनीतिकार। कई राज्यों में काम कर चुके हैं।
महिला चेहरों की भी चर्चा
भाजपा की महिला नेताओं में भी कुछ नाम सामने आ रहे हैं। निर्मला सीतारमण और डी. पुर्नेश्वरी जैसी केंद्रीय मंत्री भी संभावित उम्मीदवारों में गिनी जा रही हैं।
संगठनात्मक प्रक्रिया पूरी
भाजपा ने अपने संविधान के अनुसार 50% से अधिक राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर ली है, जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। 2 जुलाई को पार्टी ने 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की थी।
क्षेत्रीय समीकरण अहम
नए अध्यक्ष की नियुक्ति में क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों का खास ध्यान रखा जाएगा। खासतौर पर बिहार और पश्चिम बंगाल में आगामी चुनावों को देखते हुए भाजपा ऐसे चेहरे को अध्यक्ष बनाना चाहेगी जो संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत कर सके।
भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसा चेहरा हो सकता है, जो संगठन के साथ-साथ सरकार की दिशा को भी मज़बूती दे। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की पसंद इस फ़ैसले में निर्णायक भूमिका निभाएगी।