अशोक बांबी
भारतीय क्रिकेट में एक और चमकते हुए सितारे का उदय हुआ है और वह है मुशीर खान । अपने पहले ही दिलीप ट्रॉफी के मैच में उसने एक कठिन समय में 181 रन की जबरदस्त पारी खेल कर यह साबित कर दिया है कि वह भारतीय क्रिकेट में एक और सितारा उभर कर सामने आया है।
मुशीर खान ने पिछले वर्ष अंडर-19 वर्ल्ड कप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और उसके पश्चात उनको मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम में खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । हालांकि उन्होंने अपना प्रथम श्रेणी का मैच 2022 में सौराष्ट्र के खिलाफ खेला था लेकिन जब उनको पिछले वर्ष क्वार्टर फाइनल में सीधे खेलने का मौका मिला तो उन्होंने एक डबल सेंचुरी के साथ एक जबरदस्त पारी का शुभारंभ किया।
तमिलनाडु के खिलाफ 55 रन और फिर फाइनल में विदर्भ के खिलाफ़ शतक जड़ कर के सुर्खियो मे आ गए। मुशीर खान सुर्खियो में तो आ गए लेकिन उन्हें आईपीएल में किसी भी टीम में नहीं चुना गया जो की एक आश्चर्यचकित करने वाली घटना थी ।
पिछले वर्ष के अभूतपूर्व प्रदर्शन के पश्चात उन्हें दिलीप ट्रॉफी मे खेलने का मौका मिला और जब उन्होंने एक कठिन समय में 181 रन की पारी खेली जो न केवल एक लाजवाब पारी थी बल्कि इसने सचिन का भी दिलीप ट्रॉफी का रिकॉर्ड तोड़ दिया । जिस प्रकार से सचिन को दिलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में धमाकेदार पारियों के पश्चात मात्र 16 वर्ष की आयु में भारतीय टीम में खेलने का मौका दिया गया क्या यही मौका मुशीर खान को मिलेगा ?
मुशीर खान सरफराज खान के छोटे भाई हैं और अपने पिता के लाडले हे। प्रश्न यह होता है कि क्या वे पिता नौशाद खान व अपने भाई सरफराज खान के पद चिन्हों पर चलेंगे या फिर सही राह पर बढ़ते हुए धीरे-धीरे भारतीय टीम का एक अभिन्न अंग बन जाएंगे। यह सर्वविदित है कि भारतीय टीम में आना इतना आसान नहीं है क्योंकि इस समय काफी युवा बल्लेबाज अच्छा खेल रहे हैं और भारतीय टीम में प्रवेश के लिए एक जबरदस्त मारामारी चल रही है ।
सरफराज भी एक बेहतरीन खिलाड़ी थे और उनका व उनके पिता नौशाद के बड़बोलेपन के कारण उनका कैरियर तो चौपट हुआ । लेकिन हम सभी उम्मीद करते हैं कि मुशीर खान संयम रखते हुए अपना केरियर आगे बढ़ाएंगे और भारत के लिए शीघ्र खेलेंगे । उनको इस चीज का ख्याल रखना पड़ेगा कि जितना उनका व्यवहार मैदान के अंदर अच्छा होना चाहिए उतना ही व्यवहार मैदान के बाहर भी अच्छा होना चाहिए । यह कोई लिखित आदेश नहीं है लेकिन बड़ा क्रिक्रेट खेलने के लिए आपका व्यवहार बहुत ही संतुलित होना चाहिए ।आशा करते हैं कि मुशीर खान अपने भाई व पिता की गलतियों को नही दोहराए गा व शीघ्र ही भारत के लिए खेलेगा।