जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर इंडिया गठबंधन में रार देखने को मिल रही है। दरअसल एनडीए एक बार फिर मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है लेकिन इंडिया गठबंधन में पीएम का कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा है।
इस वजह से इस गठबंधन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। खुद बीजेपी भी इंडिया गठबंधन को इस मामले में लेकर तंज कसती रही है। दूसरी तरफ गठबंधन में रार देखने को मिल रही है।
इसका सबसे बड़ा कारण है सांसद संजय राउत का एक बयान। इसके चलते इंडिया गठबंधन में दरार देखने को मिल रही है। संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन में पीएम क्यों नहीं हो सकते। इसका निर्णय गठबंधन में बैठकर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर हमने पीएम के लिए उद्धव ठाकरे का नाम ले लिया तो इसमें मिर्ची लगने की जरूरत नहीं है।
संजय राउत ने कहा कि यह पीएम पद के लिए लड़ाई नहीं है. कांग्रेस समझ नहीं पा रही है कि हम क्या कहना चाह रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी इस देश के नेता हैं और अगर वो पीएम बनना चाहते हैं तो उनका स्वागत है हालांकि, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खरगे जैसे कई और चेहरे भी हैं। इसलिए अगर हम अपनी पार्टी के नेता का नाम लेते हैं तो इसमें गलत क्या है? संजय राउत ने कहा कि इसमें मिर्ची लगने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि इससे पहले टीएमसी भी ममता के नाम को आगे बढ़ा रही थी लेकिन सहमति नहीं बन सकी जबकि नीतीश कुमार जब इस गठबंधन में तब उनको पीएम के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन अब संजय राउत के बयान से सहयोगियों में हलचल मचना तय माना जा रहा है लेकिन इंडिया गठबंंधन दावा कर रहा है कि इस पूर कोई विवाद नहीं है।