Sunday - 7 January 2024 - 2:06 AM

जब 100 के पार पहुंचा पेट्रोल, तो कैसे आ गयी बिक्री में रुकावट

जुबिली न्यूज़ डेस्क

नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भाव में लगातार छठे दिन यानि आज भी बढ़ोतरी की। कीमत बढ़ने की वजह से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पुराने पेट्रोल पंपों पर प्रीमियम पेट्रोल की बिक्री बंद हो गई।

प्रीमियम पेट्रोल का दाम 100 रुपए प्रति लीटर से ऊपर पहुंच गया। स्थानीय खबरों के अनुसार अगर सादा पेट्रोल के दाम भी 100 रुपए लीटर तक पहुंच गए तो कई पेट्रोल पंपों को बिक्री रोकनी पड़ेगी। शनिवार को भोपाल में सादा पेट्रोल की कीमत 96.37 रुपए रही।

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मालूम हो कि नए साल के बाद से राजधानी में तेल की कीमतों में करीब पांच रुपए की बढ़ोतरी हुई है। एक जनवरी को भोपाल में नॉर्मल तेल 91.46 रुपए प्रति लीटर था। आंकड़ों पर गौर कर करें तो एक साल से भी कम वक्त में पेट्रोल की कीमत करीब 19 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई है।

एक जून, 2020 को भोपाल में पेट्रोल 77.56 रुपए प्रति लीटर था जो 13 फरवरी तक 18.81 रुपए बढ़कर 96.37 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह डीजल के दाम एक जून, 2020 को 68.27 रुपए थे जो 13 फरवरी तक 18.54 रुपए बढ़कर 86.84 प्रति लीटर पर पहुंच गए।

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कितने रुपए में बिक रहा है पेट्रोल?

दाम बढ़ने से मुंबई में पेट्रोल 95 रुपए प्रति लीटर के ऊपर पहुंच गया है। अब दिल्ली में पेट्रोल 88.73 रुपए/लीटर और डीजल 79.06 रुपए/लीटर हो गया है। मुंबई में पेट्रोल के भाव बढ़ कर 95.21 रुपए प्रति लीटर और 86.04 रुपए प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। चेन्नई में अब पेट्रोल 90.96 रुपए प्रति लीटर और डीजल 84.16 रुपए प्रति लीटर हो गया है। वहीं कोलकाता में पेट्रोल 90.01 रुपए प्रति लीटर और डीजल 82.65 रुपए प्रति लीटर हो गया है।

थ्री डिजिट पहुंचने से पहले मशीनों को कर रहे तैयार

दिल्ली में अगर पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए या इससे ऊपर पहुंचती है, तो क्या लोगों को पेट्रोल मिलने में कोई परेशानी होगी? पेट्रोल पंपों पर लगी मौजूदा मशीनों में क्या इस तरह की सुविधा है कि वह थ्री डिजिट के रेट भी डिस्प्ले कर सके? लोगों के साथ कोई धोखाधड़ी तो नहीं होगी?

इस तरह की तमाम समस्याओं का निवारण करने के लिए दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे कि अगर दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए प्रति लीटर पहुंचे तो किसी पेट्रोल पंप से लोगों को तेल मिलने में कोई परेशानी ना होने पाए।

दिल्ली में भी कुछ मशीनें हैं पुरानी, हो सकती है दिक्कत

इस मामले में ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स असोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल का कहना है कि दिल्ली में तीनों कंपनियों के 398 पेट्रोल पंप हैं। वैसे अधिकतर में नई मशीनें लगी हुई हैं लेकिन कुछ पंपों पर पेट्रोल की कीमतें थ्री डिजिट में पहुंचने पर समस्या सामने आ सकती है। इनमें सबसे बड़ी समस्या होगी तेल की कीमतों का मशीनों में ठीक से डिस्प्ले ना होना।

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हालांकि, जिन पंपों पर नई डिजिटल डिस्पेंसर लगे हैं। वहां यह समस्या नहीं आएगी, लेकिन जिन पंपों पर पुरानी मशीनें लगी हुई हैं। वहां तेल की कीमतें थ्री डिजिट में पहुंचने पर कुछ समस्या आ सकती है। क्योंकि पुरानी मशीनों में कीमतों के लिए चार ब्लॉक दिए गए हैं। इनमें पहले दो ब्लॉक में रुपये डिस्प्ले होते हैं और बाद में दो ब्लॉक में पैसे। अब अगर कीमतें थ्री डिजिट में पहुंच गईं तो पहले तीन ब्लॉक हमें रुपयों के लिए रिजर्व करने पड़ेंगे और अंतिम चौथा ब्लॉक पैसे का होगा। ऐसे में थोड़ी प्रॉब्लम आ सकती है। लेकिन कीमतों की वजह से डिस्पेंसर काम करना बंद देंगे, ऐसा नहीं होगा।

वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोल-डीजल में लगातार बढ़ोतरी पर सफाई दी है। उन्होंने तेल उत्पादक देशों को कृत्रिम रूप से कीमतों में बढ़ोतरी का दोषी ठहराया। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि कच्चा तेल महंगा होने के साथ ही हम कीमतों को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दुनिया भर में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग में कमी आई और पेट्रोलियम उत्पादकों को उत्पादन में कमी करनी पड़ी। उन्होंने आगे कहा अब अर्थव्यवस्था फिर से उठ खड़ी हुई है और भारत लगभग कोविड-19 से पहले की ​​स्थिति में लौट आया है। हालांकि तेल उत्पादकों ने उत्पादन नहीं बढ़ाया है।

उन्होंने कहा मुझे यह कहते हुए खेद है कि तेल उत्पादक देश उपभोक्ता देशों के हितों के बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल प्राइस मैनेजमेंट का निर्माण किया है। इससे उपभोक्ता देशों को परेशानी हो रही है। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि हालांकि तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन बढ़ाने के बारे में कुछ सकारात्मक बातें कही हैं।

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